Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 11:19 AM
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार नए कदम उठा रही है। अब दिल्ली भी EV राजधानी बनने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली के लोगों के लिए कई नई नीतियों का ऐलान किया है जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल...
नॅशनल डेस्क। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार नए कदम उठा रही है। अब दिल्ली भी EV राजधानी बनने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली के लोगों के लिए कई नई नीतियों का ऐलान किया है जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को फिर से शुरू किया जा रहा है।
25 नई EV चार्जिंग और स्वैपिंग स्टेशन होंगे शुरू
दिल्ली में अब एक साथ दो दर्जन से ज्यादा चार्जिंग स्टेशन शुरू होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज सुबह 11 बजे मयूर विहार फेज-1 में 25 EV चार्जिंग स्टेशन और स्वैपिंग स्टेशन्स का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले दिल्ली में करीब ढाई हजार चार्जिंग स्टेशन और ढाई सौ से ज्यादा स्वैपिंग स्टेशन पहले से ही हैं।
आम जनता को मिलेगा फायदा
इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर देश में अब खरीदने के ऑप्शन बढ़ रहे हैं लेकिन चार्जिंग स्टेशन की कमी अब भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। पेट्रोल पंप की तरह हर दूरी पर चार्जिंग स्टेशन नहीं मिलते लेकिन अब दिल्ली में 25 नए चार्जिंग और स्वैपिंग स्टेशन के बनने से लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल करने में बड़ी राहत मिलेगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को फिर से किया जाएगा लागू
दिल्ली सरकार ने 2020 की इलेक्ट्रिक वाहन नीति को फिर से लागू करने का फैसला लिया है। इस नीति के तहत 2023 और 2024 में दिल्ली में 12% इलेक्ट्रिक वाहन थे जो देश में सबसे ज्यादा हैं। 1 जनवरी 2024 से उन लोगों को भी सब्सिडी मिलेगी जिन्हें पहले नहीं मिल रही थी। इसके अलावा रोड टैक्स में भी छूट दी जाएगी।
अंत में बता दें कि दिल्ली सरकार के इस कदम से न सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल करने वालों को फायदा होगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। इस नीति और चार्जिंग स्टेशन के विस्तार से दिल्ली में EVs की संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है। अब दिल्ली को EV राजधानी बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।