Edited By Mahima,Updated: 16 Dec, 2024 03:12 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा पर सख्त बयान दिया, 1947 से अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या का जिक्र किया और कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों पर भी हमला करते हुए दंगों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। इसके...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में संभल हिंसा को लेकर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि संभल में 1947 से लेकर अब तक 209 हिंदुओं की निर्मम हत्या की गई है। सीएम ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो आज मारे गए लोगों के लिए आंसू बहा रहे हैं, और कहा कि उन्होंने कभी हिंदुओं के लिए कुछ नहीं बोला। उन्होंने विधानसभा में संभल हिंसा के इतिहास का जिक्र करते हुए इस घटना को लेकर अपनी सख्त प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस हिंसा में शामिल कोई भी दोषी नहीं बच पाएगा।
जानिए क्या है संभल हिंसा का इतिहास
सीएम योगी ने कहा कि संभल में दंगों की शुरूआत 1947 से हुई थी और अब तक इस जिले में लगातार हिंसा की घटनाएं घटित होती रही हैं। उन्होंने विधानसभा में संभल में हुए दंगों का विवरण दिया, जिसमें 1947, 1958, 1962, 1976, 1978, 1980, 1982, 1986, 1990, 1992 और 1996 में हुई हिंसा का उल्लेख किया। 1978 में हुए दंगों में हिंदुओं की सामूहिक हत्या की घटना को लेकर सीएम ने बताया कि किस तरह 184 हिंदुओं को जलाकर मारा गया। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक कुल 209 हिंदू मारे गए, लेकिन इन घटनाओं पर कभी भी किसी ने कुछ नहीं बोला।
संभल में दंगों की सख्त तस्वीर
सीएम योगी ने 1978 के दंगों की भयावहता को याद करते हुए कहा कि एक वैश्य व्यापारी जो लोगों को पैसे उधार देता था, उसके घर में इकट्ठे हुए हिंदू समुदाय के लोगों को घेरकर हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि दंगाइयों ने पीड़ितों के हाथ और पैर काटे, फिर गला रेतकर उन्हें मार डाला। इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ ने सपा और अन्य विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग हिंसा की इस प्रकार की घटनाओं पर चुप रहते हैं और अब जो लोग आंसू बहा रहे हैं, उन्हें पहले हिंदू समुदाय के लिए कोई आवाज उठानी चाहिए थी।
संभल हिंसा में दोषियों को सजा दिलवाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में हुई हिंसा में शामिल हर दोषी को कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा जो इस हिंसा में शामिल हैं, और हम हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करेंगे। सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके सरकार की नीति पूरी तरह से कानून और व्यवस्था के अनुसार चलने की है और वह किसी भी तरह की हिंसा को सहन नहीं करेंगे।
संभल में मंदिर खोले जाने का मुद्दा
सीएम योगी ने 48 साल बाद संभल में एक मंदिर को खोले जाने का भी उल्लेख किया और कहा कि यहां मंदिर खोलने तक की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि 22 कुओं को बंद कर दिया गया था, और इस तरह के तनावपूर्ण माहौल को जानबूझकर पैदा किया गया था। उन्होंने कड़ा संदेश दिया कि इस तरह के माहौल को और कभी भी बढ़ने नहीं दिया जाएगा।
कुंदरकी की जीत पर प्रतिक्रिया
सीएम योगी ने विधानसभा में कुंदरकी चुनाव में भाजपा की जीत पर भी टिप्पणी की। उन्होंने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा नेता कुंदरकी की जीत को वोट की लूट बताने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी का एक सदस्य तो जमानत भी जब्त कर चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि अब डिजिटल मीडिया का समय है, और कुंदरकी के मुस्लिम समुदाय के लोग यह कह रहे हैं कि उनके पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने कहा कि सपा और अन्य विपक्षी दलों में बिखराव है, और यह वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है।
बहराइच हिंसा पर सीएम योगी की प्रतिक्रिया
योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि शोभा यात्रा में हुई हिंसा और रामगोपाल मिश्रा की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अगर मुस्लिम मोहल्लों में हिंदू शोभा यात्रा निकल सकती है तो हिंदू मोहल्लों में मुस्लिम जुलूस क्यों नहीं निकल सकते। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की राजनीति हमेशा समाज को जोड़ने की रही है, जबकि विपक्ष समाज को बांटने का काम करता है। सीएम ने यह भी कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य समाज को एकजुट करना है और यही कारण है कि उन्होंने नारा दिया "न बटेंगे, न कटेंगे।" उनका यह बयान हिंसा की घटनाओं को लेकर राज्य सरकार की सख्ती और समाज में एकता की ओर संकेत था।
संभल हिंसा के खिलाफ सीएम का कड़ा संदेश
मुख्यमंत्री ने अपनी बातों में यह साफ किया कि संभल हिंसा में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनकी सरकार किसी भी रूप में हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सपा जैसे विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा इस हिंसा पर चुप्पी साधी गई और वे खुद हिंसा के शिकार हुए निर्दोष लोगों के लिए कभी आवाज नहीं उठाते। सीएम ने इस दौरान राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के अपने संकल्प को दोहराया और कहा कि उनकी सरकार हमेशा निर्दोषों की सुरक्षा के लिए काम करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा और उत्तर प्रदेश में हुई अन्य घटनाओं के संदर्भ में सख्त रुख अपनाया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने विधानसभा में एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी और जो लोग इस हिंसा में शामिल होंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में शांति बनाए रखने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।