Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Oct, 2024 01:49 PM
दिवाली के मौके पर सरकार ने एक बड़ा ऐलान करते हुए क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) लुधियाना में स्ट्रोक मरीजों का मुफ्त इलाज करने का वादा किया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने राज्य सरकार, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) लुधियाना और इंडिया...
नेशनल डेस्क: दिवाली के मौके पर सरकार ने एक बड़ा ऐलान करते हुए क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) लुधियाना में स्ट्रोक मरीजों का मुफ्त इलाज करने का वादा किया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने राज्य सरकार, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) लुधियाना और इंडिया मेडट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक अहम साझेदारी की घोषणा की है। इस सार्वजनिक-निजी सहयोग का उद्देश्य राज्य में बढ़ते स्ट्रोक मामलों का सामना करना है, जिसमें मरीजों को 6 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा और एक सुव्यवस्थित स्ट्रोक देखभाल प्रणाली विकसित की जाएगी। विश्व स्ट्रोक दिवस पर मंत्री ने कहा कि यह पहल पंजाब के लोगों को उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
स्ट्रोक से होने वाली मौतों को कम करने की कोशिश
मंत्री बलबीर सिंह ने इस साझेदारी को एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य मरीजों की देखभाल में सुधार करना और स्ट्रोक से होने वाली मौतों और विकलांगताओं को कम करना है। इस पहल के माध्यम से स्ट्रोक प्रबंधन के लिए एक "हब और स्पोक" मॉडल तैयार किया गया है, जिसमें मरीजों को तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
भारत का पहला उन्नत स्ट्रोक सेंटर
सीएमसी लुधियाना, जो कि विश्व स्ट्रोक संगठन और एनएबीएच से प्रमाणित है, भारत का पहला उन्नत स्ट्रोक सेंटर बनेगा। यह "हब" के रूप में कार्य करेगा, जबकि राज्य के अन्य सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज "स्पोक" केंद्र के रूप में काम करेंगे, जो मरीजों को समय पर देखभाल और स्थिरता प्रदान करेंगे।
मुफ्त इलाज का लाभ
मंत्री ने कहा कि पंजाब में स्ट्रोक के मामलों से निपटने के लिए यह साझेदारी एक नया और प्रभावी कदम है। इस पहल के अंतर्गत करीब 6 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त किया जाएगा, जिससे कई परिवार इलाज के भारी खर्च से बच सकेंगे।
इलाज की अवधि में बढ़ोतरी
सीएमसी लुधियाना के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. जयराज डी. पांडियन ने बताया कि नए शोध के आधार पर इस्केमिक स्ट्रोक के इलाज में मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी के लिए समय सीमा 24 घंटे तक बढ़ा दी गई है, जिससे अधिक मरीजों का सही समय पर इलाज संभव हो सकेगा और उनकी जीवन-गुणवत्ता में सुधार किया जा सकेगा।
सार्वजनिक-निजी सहयोग की प्रशंसा
मेडट्रॉनिक इंडिया के प्रबंध निदेशक मनदीप सिंह कुमार ने कहा कि यह साझेदारी स्वास्थ्य सेवा की बड़ी चुनौतियों से निपटने का एक अनूठा उदाहरण है। सीएमसी लुधियाना की विशेषज्ञता और उन्नत चिकित्सा तकनीक के संयोजन से यह मॉडल पंजाब में स्ट्रोक देखभाल को बेहतर बनाएगा।