Edited By Tanuja,Updated: 13 Aug, 2024 04:03 PM
बांग्लादेश में तख्तापलट और हाल की राजनीतिक उथल-पुथल के मद्देनजर, भारत ने समुद्री मार्गों के जरिए किसी भी तरह की घुसपैठ को...
International Desk: बांग्लादेश में तख्तापलट और हाल की राजनीतिक उथल-पुथल के मद्देनजर, भारत ने समुद्री मार्गों के जरिए किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी है। भारतीय तटरक्षक बल ने समंदर में अपनी निगरानी को और कड़ा कर दिया है और अलर्ट जारी किया है। भारतीय तटरक्षक बल ने सोमवार को एक बयान में कहा, "बांग्लादेश में हाल की राजनीतिक घटनाओं और तेजी से बदलते हालात को देखते हुए, हमने समुद्री सीमा पर निगरानी को बढ़ा दिया है। समुद्री मार्गों के जरिए घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए तटरक्षक बल की सभी परिचालन इकाइयों को तैनात किया गया है।"
तटरक्षक बल ने बताया कि अपतटीय गश्ती जहाज (ओपीवी) और त्वरित गश्ती जहाज (एफपीवी) को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पर तैनात किया गया है। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता के चलते संभावित सुरक्षा खतरों को ध्यान में रखते हुए व्यापक सुरक्षा उपाय किए हैं। इस कदम का उद्देश्य बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को रोकना और भारतीय तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर निगरानी
बयान में यह भी बताया गया कि समुद्र में तैनात सभी इकाइयों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर नजर रखने और भारतीय मछुआरों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। अब तक समुद्री सीमा पर किसी भी घुसपैठ की गतिविधि की सूचना नहीं मिली है, और तटरक्षक बल निगरानी को लगातार बनाए रखने का आश्वासन दिया है।
ओडिशा सरकार की सतर्कता
इससे पहले, ओडिशा सरकार ने भी अपनी 480 किलोमीटर लंबी समुद्र तटीय रेखा पर सतर्कता बढ़ा दी । ओडिशा, जो बांग्लादेश तट से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, में अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने कहा, "बांग्लादेश में अशांति के दौरान कई आपराधिक तत्व जेलों से बाहर आ गए हैं। वे भारत में घुसपैठ के प्रयास कर सकते हैं। इसलिए, हमने हमारे 18 समुद्री पुलिस थानों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा है।"