Edited By Rahul Rana,Updated: 12 Dec, 2024 12:38 PM
भारत के सबसे विषैले सांपों में एक नाम कॉमन करैत का भी है जिसे मौत का पर्याय माना जाता है। यह सांप अपने विष के कारण इतना खतरनाक है कि इसका शिकार होने के बाद अगर समय पर इलाज न मिले तो इंसान की जान जा सकती है। कॉमन करैत का विष न्यूरोटॉक्सिन होता है, जो...
नॅशनल डेस्क। भारत के सबसे विषैले सांपों में एक नाम कॉमन करैत का भी है जिसे मौत का पर्याय माना जाता है। यह सांप अपने विष के कारण इतना खतरनाक है कि इसका शिकार होने के बाद अगर समय पर इलाज न मिले तो इंसान की जान जा सकती है। कॉमन करैत का विष न्यूरोटॉक्सिन होता है, जो खून में मिलते ही तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। उससे कहीं ज्यादा बदनाम लोगों को नींद में ही डंसने के लिए है. जी हां! सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह बात बिल्कुल सही है।
1. भारत के बिग फोर में शामिल
भारत के चार सबसे विषैले सांपों की सूची में कॉमन करैत का नाम आता है। एक्सपर्ट स्वप्निल खताल जो पिछले 22 वर्षों से वाइल्डलाइफ पर काम कर रहे हैं बताते हैं कि यह सांप अपनी विषैले गुणों के लिए बदनाम है लेकिन इससे भी ज्यादा यह जानलेवा सांप रात को सोते हुए लोगों को डंसने के लिए कुख्यात है।
2. सोते वक्त डंसना – एक खतरनाक खासियत
कॉमन करैत अपनी विषैली प्रवृत्ति के कारण खतरनाक है लेकिन यह रात के समय ज्यादा सक्रिय रहता है और इस समय यह इंसानों को सोते हुए डंसने के लिए आता है। सबसे डरावनी बात यह है कि इसके डंक का एहसास व्यक्ति को नहीं होता है। इसका मतलब यह है कि जब इस सांप का शिकार होता है तो व्यक्ति को यह नहीं पता चलता कि उसे डंस लिया गया है। नतीजतन समय पर इलाज न मिलने पर मौत हो जाती है।
3. रात के अंधेरे में सक्रिय
कॉमन करैत एक निशाचर सांप है जो दिन की बजाय रात के अंधेरे में ज्यादा सक्रिय रहता है। सांप आम तौर पर कोल्ड-ब्लडेड होते हैं जिसका मतलब है कि उन्हें गर्म वातावरण की तलाश रहती है। इस कारण ये सांप रात को ज्यादा शिकार करते हैं और शिकार की तलाश में घरों तक भी पहुंच जाते हैं।
4. घर में घुसने का तरीका
कॉमन करैत अक्सर घरों में घुसकर रात के समय शिकार ढूंढता है। रात का शांत माहौल इसे डरने नहीं देता और यह आराम से घर के अंदर रेंगते हुए बिस्तर तक पहुंच जाता है। इंसान के शरीर की गर्मी को महसूस कर ये सांप बिस्तर तक पहुंचते हैं और जब उनका स्पर्श इंसान के शरीर से होता है तो वे आत्मरक्षा के तौर पर हमला कर देते हैं।
5. डंक का एहसास नहीं होता
कॉमन करैत के दांत छोटे और पतले होते हैं जिनका आकार सुई जैसा होता है। जब यह सांप डंक मारता है तो इंसान को किसी प्रकार का एहसास नहीं होता। इसका मतलब यह है कि कई बार लोग यह नहीं समझ पाते कि उन्हें डंसा गया है और यदि सही समय पर इलाज न मिले तो यह उनकी मौत का कारण बन सकता है।
अंत में बता दें कि कॉमन करैत एक अत्यंत खतरनाक सांप है जो अपने विष के कारण मृत्यु का कारण बन सकता है। इसके छोटे और पतले दांत इसे और भी खतरनाक बनाते हैं क्योंकि इंसान को इसका डंक महसूस नहीं होता। अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह सांप जानलेवा साबित हो सकता है। इस सांप के बारे में जागरूकता बढ़ाना और समय पर इलाज की व्यवस्था करना बेहद जरूरी है।