Edited By Harman Kaur,Updated: 15 Apr, 2025 07:14 PM
कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी का कहना है कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की ओर...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी।
पार्टी का कहना है कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की ओर से की जा रही बदले की राजनीति और डराने की साजिश है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए पूरी मजबूती से खड़ी रहेगी।
क्या है मामला?
यह पूरा मामला नेशनल हेराल्ड से जुड़ा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) के आरोप लगाए हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कुछ और नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ी संपत्तियों का गलत इस्तेमाल किया। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने 9 अप्रैल को दाखिल किए गए आरोपपत्र का संज्ञान लिया है। अब इस केस की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को होगी।

कांग्रेस का पलटवार
जयराम रमेश ने कहा, “नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को जब्त करना कानून के शासन के नाम पर किया गया एक राज्य प्रायोजित अपराध है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को डराने की कोशिश कर रही है ताकि वे सरकार के खिलाफ आवाज न उठा सकें। जयराम रमेश ने साफ कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसका नेतृत्व ऐसे किसी भी दबाव में आने वाला नहीं है। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। सत्यमेव जयते!”