Edited By Radhika,Updated: 23 Dec, 2024 08:46 PM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहब डा भीमराव अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुये उनसे इस्तीफे की मांग की है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्यसभा सांसद...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहब डा भीमराव अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुये उनसे इस्तीफे की मांग की है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, सांसद किशोरी लाल शर्मा और सांसद राकेश राठौर ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा बाबा साहब का अपमान करना उनकी संविधान विरोधी सोच को उजागर करता है, जिसकी उनकी पार्टी घोर निंदा करती है।
कांग्रेसी भाजपा की संविधान विरोधी सोच एवं दलितों के प्रति उनके अनादर का भाव को आम जनमनास के बीच उजागर करेंगे। इसके लिए अपनी भविष्य की रूपरेखा को अंतिम रूप में बेलगाम कर्नाटक में होने वाली बैठक में देंगे। उन्होंने कहा कि एक प्रमुख महापुरूष जिनको स्मरण कर हम लोकतांत्रिक मूल्यों की लड़ाई लड़ते हैं, जिनकी अगुवाई में हमारा संवैधानिक ढांचा तैयार हुआ। उनके प्रति श्री शाह द्वारा इस्तेमाल किये गये शब्द बहुत पीड़ादायक हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बाबा साहब द्वारा किये गये महान कार्यों के लिए यह देश कृतज्ञ है। हम अपने संविधान निर्माता के प्रति लगातार प्रकट करते हैं मगर दुर्भाग्य यह है कि संघ की मानसिकता से चलने वाली भाजपा हमेशा से ही संविधान विरोधी रही है और अब तो वह खुलकर बाबा साहब का भी अपमान करने लगी है। अगर आज हम खड़े होकर इसका सामना नहीं करेंगे और इसका मुंह तोड़ जवाब नहीं देंगे तो आने वाले समय में इतिहास और आने वाली पीढि़यां हमको माफ़ नहीं करेंगी।
भाजपा में बाबा साहब के प्रति श्रद्धा और आदर नहीं
उप नेता राज्यसभा प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा में बाबा साहब के प्रति श्रद्धा और आदर नहीं है और इसीलिये भारतीय संविधान लागू होने पर भाजपा ने उसकी प्रतियां जलाई थी। हमने जनता को आगाह किया था कि दो तिहाई बहुमत आने पर भाजपा सविधान बदल देगी और दलितों तथा पिछड़ों का आरक्षण बदल देगी। श्री तिवारी ने कहा कि श्रीमती प्रियंका गांधी के साथ धक्का मुक्की और राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का मार कर गिराया गया वह भाजपा की अलोकतांत्रिक तथा अराजकता की संविधान विरोधी घृणित मानसिकता को दर्शाता है।