Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 24 Feb, 2025 12:05 PM
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महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने वाले और अहिल्यानगर के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे किरण काले ने अब शिवसेना (ठाकरे गुट) जॉइन कर ली है।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने वाले और अहिल्यानगर के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे किरण काले ने अब शिवसेना (ठाकरे गुट) जॉइन कर ली है। उन्होंने इस नई यात्रा की शुरुआत मुंबई के मातोश्री निवास में उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में की, जहां उन्होंने ‘मशाल’ उठाकर अपनी निष्ठा का प्रतीक प्रकट किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे अब अहिल्यानगर में असली हिंदुत्व की मशाल जलाकर पार्टी की ताकत बढ़ाएंगे। किरण काले ने शिवसेना (यूबीटी) में शामिल होते हुए कहा, “मैं आज उस मातोश्री में खड़ा हूं, जहां बालासाहेब ठाकरे ने अपनी आवाज उठाई थी। कई लोग सत्ता के लिए पार्टी छोड़ रहे हैं, लेकिन हमने संघर्ष का रास्ता चुना है। मैं चुनावी लाभ के लिए नहीं बल्कि उद्धव ठाकरे के साथ इस कठिन समय में खड़ा रहने का संकल्प लेकर जुड़ा हूं।”
किरण काले ने इस मौके पर हिंदुत्व का मुद्दा भी उठाया और कहा कि कुछ लोग हिंदुत्व को गलत तरीके से आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शिवाजी जयंती की रैली में दिखाए गए लॉरेंस बिश्नोई की तस्वीरों का विरोध किया और कहा कि इसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। उनका कहना था कि वे अहिल्यानगर में असली हिंदुत्व की मशाल जलाएंगे और इसे मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।
नाराजगी नहीं, संकल्प का समय है
किरण काले ने अपने कदम को लेकर स्पष्ट किया कि वे किसी से नाराज नहीं हैं और न ही यह कदम नाराजगी में उठाया है। उनका कहना था कि वे उद्धव ठाकरे के साथ खड़े होकर पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और देश जानता है कि असली हिंदुत्व मातोश्री में है और कुछ लोग नकली हिंदुत्व का मुखौटा पहनकर घूम रहे हैं, लेकिन वे इनकी सच्चाई को सबके सामने लाएंगे।
उद्धव ठाकरे के लिए राहत और चुनावी समीकरण में बदलाव
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष किरण काले का शिवसेना (यूबीटी) में शामिल होना उद्धव ठाकरे के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है। इसके पहले, एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने के बाद उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना को कई बड़े झटके लगे थे। लेकिन किरण काले का शिवसेना (यूबीटी) में शामिल होना, आगामी निकाय चुनाव में अहिल्यानगर के राजनीतिक समीकरण को बदल सकता है। यह बदलाव, उद्धव ठाकरे के पक्ष में एक मजबूती का संकेत हो सकता है।
नकली हिंदुत्व के खिलाफ सच्चे हिंदुत्व की ताकत
किरण काले ने यह भी कहा कि कुछ लोग सत्ता में आने के लिए हिंदुत्व के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। वे इसे “नकली हिंदुत्व” का नाम देते हुए, उद्धव ठाकरे की शिवसेना को असली हिंदुत्व का वाहक मानते हैं। उनका यह कदम उन लोगों के लिए एक संदेश है जो हिंदुत्व के नाम पर सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।