Edited By rajesh kumar,Updated: 18 Sep, 2024 06:52 PM
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' की व्यवस्था व्यवहारिक नहीं है तथा भारतीय जनता पार्टी चुनाव के समय इसके ज़रिए असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव की...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' की व्यवस्था व्यवहारिक नहीं है तथा भारतीय जनता पार्टी चुनाव के समय इसके ज़रिए असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करती है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव की व्यवस्था' चलने वाली नहीं है।
खरगे ने संवाददाताओं से कहा, " यह व्यवहारिक नहीं है, चलने वाला नहीं है...चुनाव के समय जब मुद्दे नहीं मिल रहे तो असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बातें करते हैं।" उल्लेखनीय है कि मंत्रिमंडल की बैठक में इस मुद्दे को रखा गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राजग सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल में ही ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' को लागू करेगी।
‘एक देश, एक चुनाव' से संघवाद नष्ट हो जाएगा- ओवैसी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने ‘एक देश, एक चुनाव' का लगातार विरोध किया, क्योंकि इससे संघवाद समाप्त हो जाएगा और लोकतंत्र से समझौता होगा। ओवैसी ने कहा, ‘‘मैंने ‘एक देश, एक चुनाव' का लगातार विरोध किया है, क्योंकि यह समाधान नहीं, बल्कि एक समस्या है। यह संघवाद को नष्ट कर देगा और लोकतंत्र से समझौता करेगा, जो हमारे संविधान के मूलभूत ढांचे का हिस्सा है।''
उन्होंने आरोप लगाया कि कई चुनाव किसी के लिए समस्या नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी अमित शाह के लिए हैं, क्योंकि उनके सामने यहां तक कि नगर निगम और स्थानीय निकाय चुनाव में भी प्रचार करने की मजबूरी है।