Edited By Harman Kaur,Updated: 26 Apr, 2025 11:58 AM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से और चिंता का माहौल है। इस हमले में आतंकियों ने टूरिस्टों से उनका नाम और धर्म पूछकर गोली चलाई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इसी घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से और चिंता का माहौल है। इस हमले में आतंकियों ने टूरिस्टों से उनका नाम और धर्म पूछकर गोली चलाई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इसी घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने एक विवादित बयान दे दिया है।
क्या कहा नितेश राणे ने?
रत्नागिरी जिले के दापोली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राणे ने कहा कि अगर आतंकवादी हमें मारने से पहले हमारा धर्म पूछ सकते हैं, तो हिंदुओं को भी दुकानदार से सामान खरीदने से पहले उसका धर्म पूछना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर कोई दुकानदार कहता है कि वह हिंदू है, तो उससे हनुमान चालीसा सुनाने को कहो। अगर वह नहीं सुना पाता, तो उससे कुछ भी न खरीदो।”
राणे की अपील हिंदू संगठनों से
राणे ने कहा कि इस मुद्दे को सिर्फ बयान तक सीमित नहीं रखना चाहिए। हिंदू संगठनों को आगे आकर इस पर खुलकर बात करनी चाहिए और इसे एक अभियान के रूप में चलाना चाहिए। मंत्री नितेश राणे के इस बयान के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है। एक तरफ लोग इसे धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देने वाला बयान बता रहे हैं, तो वहीं कुछ समर्थक इसे हिंदुओं की सुरक्षा और जागरूकता से जोड़कर देख रहे हैं।
राणे के बयान की वजह क्या है?
22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 से अधिक लोगों की मौत हो गई। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने टूरिस्टों से नाम और धर्म पूछकर उनकी जान ली। कुछ लोगों से "कलमा" पढ़ने को भी कहा गया और जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई। इस दर्दनाक घटना के बाद से देशभर में रोष फैल गया है। पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई की मांग भी जोर पकड़ रही है।