Edited By Utsav Singh,Updated: 31 Jul, 2024 03:08 PM
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (Rahul Gandhi) पर भाजपा सांसद (Anurag Thakur) की टिप्पणी पर विवाद थमने की बजाय और बढ़ता दिख रहा है। कांग्रेस ने अनुराग ठाकुर के भाषण की प्रशंसा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज...
नई दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (Rahul Gandhi) पर भाजपा सांसद (Anurag Thakur) की टिप्पणी पर विवाद थमने की बजाय और बढ़ता दिख रहा है। कांग्रेस ने अनुराग ठाकुर के भाषण की प्रशंसा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज कराई है। जालंधर से सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री (Charanjit Singh Channi) ने लोकसभा महासचिव को यह शिकायत सौंपी है।
PM मोदी का समर्थन
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से पांच बार के सांसद अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर विवाद के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर उनके भाषण का वीडियो साझा किया। मोदी ने कहा, “मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी का यह भाषण अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों और हास्य का बेहतरीन मिश्रण है, जो INDI गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”
कांग्रेस की शिकायत:
चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी शिकायत में कहा है कि अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में 'कई आपत्तिजनक टिप्पणियां' कीं, जिन्हें बाद में स्पीकर ने रिकॉर्ड से हटा दिया। लेकिन पीएम मोदी ने उन टिप्पणियों का पूरा हिस्सा अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया, जो लोकसभा के नियमों का उल्लंघन है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
राहुल गांधी के खिलाफ अनुराग ठाकुर की टिप्पणियों पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वरिष्ठ भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने आश्वासन दिया था कि टिप्पणियों को कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कार्यवाही से हटाई गई टिप्पणियों को ऑनलाइन अपलोड किए गए वीडियो से भी हटाया जाता है, लेकिन संसद टीवी ने इस भाषण को बिना एडिट किए ही अपलोड कर दिया। उन्होंने इसे भारतीय संसदीय इतिहास का शर्मनाक उदाहरण बताया।
कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी:
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सदन में जाति पर व्यंग्य करना गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने राहुल गांधी का अपमान करने के लिए ऐसा बयान दिया। खड़गे ने यह भी कहा कि बीजेपी के बड़े नेताओं ने इंटरकास्ट शादियां की हैं, और पहले उन्हें खुद को आईने में देखना चाहिए। पीएम मोदी द्वारा भी इस विवाद में शामिल होने की जरूरत नहीं थी, यह सब बेहद गलत है।