Edited By Mahima,Updated: 11 Feb, 2025 10:07 AM
रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना का 'इंडियाज गॉट लेटेंट' शो में विवादित बयान चर्चा का विषय बन गया है। दोनों यूट्यूबर्स के खिलाफ कई राज्यों में FIR दर्ज की गई हैं, और NHRC ने इस मामले पर यूट्यूब से जवाब मांगा है। रणवीर ने माफी मांगते हुए अपने बयान को...
नेशनल डेस्क: यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया और कॉमेडियन समय रैना इन दिनों एक विवादित बयान के कारण सुर्खियों में हैं। दोनों का यह बयान ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में हुआ, जब रणवीर ने एक कंटेस्टेंट से उसके माता-पिता की सेक्स लाइफ पर बेहद आपत्तिजनक सवाल पूछा। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उबाल आ गया, और देखते ही देखते उनका वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो को लेकर उन्हें सोशल मीडिया और कई सामाजिक संगठनों से तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
क्या था विवादित सवाल?
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के दौरान रणवीर इलाहाबादिया ने एक कंटेस्टेंट से पूछा, "क्या आप अपने माता-पिता को पूरी जिंदगी हर दिन इंटीमेट होते हुए देखना चाहेंगे या फिर एक बार उनके इंटीमेट मोमेंट में जॉइन हो, फिर कभी उन्हें सेक्स करते हुए न देखना चाहेंगे?" इस सवाल को सुनकर वहां मौजूद ऑडियंस और बाकी जज जोर से हंसी में झूम उठे, लेकिन सोशल मीडिया पर यह सवाल गंभीर विवाद का कारण बन गया। वीडियो वायरल होते ही लोग रणवीर और शो के आयोजकों की आलोचना करने लगे। कई लोगों ने इसे बेहद अश्लील और अपमानजनक करार दिया, विशेष रूप से माता-पिता जैसे संवेदनशील विषय पर इस तरह का मजाक उड़ाना उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने जैसा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर शो और इन दोनों यूट्यूबर्स के खिलाफ बायकॉट की मांग उठने लगी।
असम में पुलिस ने इस मामले में दर्ज की शिकायत
इस विवाद के बाद, कई राज्यों में रणवीर और समय रैना के खिलाफ FIR दर्ज की गई हैं। असम में पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की, और राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के भोपाल में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए और चेतावनी दी कि दोनों यूट्यूबर्स यदि भोपाल आए तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। 'संस्कृति बचाओ मंच' के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि रणवीर और समय रैना के बयान ने माता-पिता के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, जो समाज के लिए स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग की।
नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन का हस्तक्षेप
इस मामले को लेकर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने संज्ञान लिया है और यूट्यूब को एक पत्र लिखा है। NHRC ने यूट्यूब से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि इस प्रकार के अपमानजनक और संवेदनशील कंटेंट को प्लेटफॉर्म से हटाया जाए, ताकि समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
मुंबई पुलिस की कार्रवाई और महाराष्ट्र सरकार की चेतावनी
महाराष्ट्र में भी इस मामले ने तूल पकड़ा है। मुंबई पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र महिला आयोग को शिकायतें मिल रही हैं। मुंबई पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 'इंडियाज गॉट लेटेंट' शो के सेट पर पहुंचकर जांच शुरू की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस विवाद पर कड़ी टिप्पणी की और चेतावनी दी कि यदि किसी ने मर्यादा की सीमा लांघी है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गलत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
रणवीर इलाहाबादिया का माफी बयान
विवाद बढ़ने के बाद, रणवीर इलाहाबादिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, "मेरा कमेंट अनुचित था और मैंने किसी भी तरह का जस्टिफिकेशन नहीं दिया। यह मजाक नहीं था, और मुझे उस वक्त समझना चाहिए था कि यह गलत था।" उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं था, और उन्होंने यह स्वीकार किया कि उन्होंने जो कहा वह असंवेदनशील था। उन्होंने यह भी कहा कि वह भविष्य में अपने प्लेटफॉर्म का सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे और इस अनुभव से सबक लेंगे।
समय रैना का भी बयान
हालांकि समय रैना का बयान अभी तक सार्वजनिक रूप से नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी भूमिका को लेकर भी काफी आलोचनाएं हो रही हैं। उनके खिलाफ भी कई जगह शिकायतें दर्ज की गई हैं।
प्लेटफॉर्म्स को ऐसे कंटेंट पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए
इस विवाद ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस प्रकार के कंटेंट को रेगुलेट करने की जरूरत है? कई लोग यह मानते हैं कि यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म्स को ऐसे कंटेंट पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए, जो समाज की मूलभूत मर्यादाओं और संवेदनाओं का उल्लंघन करते हैं। इस घटना के बाद, इंटरनेट पर कंटेंट सेंसरशिप और उसके रेगुलेशन को लेकर भी बहस तेज हो गई है।