Edited By Anu Malhotra,Updated: 18 Apr, 2025 05:10 PM
भविष्यवाणियां सुनते ही हमारे दिमाग में नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा जैसे नाम गूंजने लगते हैं — जिन्होंने आने वाले समय की ऐसी तस्वीरें पेश कीं, जिन्हें सुनकर और देखकर दुनिया चौंक गई। अब इसी कड़ी में जापान की एक रहस्यमयी महिला का नाम तेजी से चर्चा में आ...
नेशनल डेस्क: भविष्यवाणियां सुनते ही हमारे दिमाग में नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा जैसे नाम गूंजने लगते हैं — जिन्होंने आने वाले समय की ऐसी तस्वीरें पेश कीं, जिन्हें सुनकर और देखकर दुनिया चौंक गई। अब इसी कड़ी में जापान की एक रहस्यमयी महिला का नाम तेजी से चर्चा में आ रहा है, जिसने एक बार फिर भविष्य के बारे में ऐसा दावा किया है, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं।
हम बात कर रहे हैं रियो तात्सुकी की — जापान की वह लेखिका, जिनकी भविष्यवाणियां अब तक कई बार सच साबित हो चुकी हैं। उन्होंने न सिर्फ 2020 की कोरोना महामारी की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी, बल्कि अब उनका दावा है कि 2030 में यह महामारी एक बार फिर लौटेगी, और फिर से दुनिया को बड़ी तबाही का सामना करना पड़ सकता है।
2030 में फिर फैलेगा 'कोरोना जैसा कहर'?
तात्सुकी के मुताबिक, वर्तमान में काबू में आया यह वायरस अस्थायी तौर पर शांत रहेगा, लेकिन 2030 में यह दोबारा वैश्विक स्तर पर सक्रिय हो सकता है, और इसका असर पहले से भी अधिक गंभीर हो सकता है। उन्होंने अपनी किताब "The Future as I See It" (1999) में यह बातें बहुत पहले ही लिख दी थीं, जिनमें कई घटनाएं बाद में सच साबित हुईं।
कौन हैं रियो तात्सुकी?
रियो तात्सुकी कोई आम लेखिका नहीं हैं। जापान में उन्हें “बाबा वेंगा ऑफ जापान” भी कहा जाता है। उन्होंने अपनी किताब में कई बड़े नामों और घटनाओं का जिक्र किया था — जैसे गायक फ्रेडी मर्करी और प्रिंसेस डायना की मौत, जिनकी भविष्यवाणी उन्होंने पहले ही कर दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने 2024 के जुलाई में जापान में भयंकर सुनामी की चेतावनी भी दी है। उनका कहना है कि यह आपदा जान-माल के बड़े नुकसान का कारण बन सकती है।
पहले भी सच हो चुकी हैं भविष्यवाणियां
तात्सुकी की विश्वसनीयता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि 2020 में कोरोना महामारी पर उनकी लिखी गई बातें बहुत हद तक सच साबित हुई थीं। उन्होंने उस वक्त लिखा था कि महामारी मार्च-अप्रैल में अपने चरम पर पहुंचेगी - और ठीक वही हुआ।
दुनिया में चिंता, लेकिन विशेषज्ञों की राय जरूरी
हालांकि तात्सुकी की बातें दुनिया को सोचने पर मजबूर कर रही हैं, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञ और वैज्ञानिक इस तरह की भविष्यवाणियों पर फिलहाल सतर्क दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देते हैं।