Edited By rajesh kumar,Updated: 12 Sep, 2024 03:20 PM
अगर आप नौकरी की तलाश में हैं और विदेश में काम करने का मौका चाहते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। इजरायल की सरकार ने भारत से 10,000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स और 5,000 केयर टेकर की मांग की है। यह भर्ती नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) के माध्यम से की...
नेशनलड डेस्क: अगर आप नौकरी की तलाश में हैं और विदेश में काम करने का मौका चाहते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। इजरायल की सरकार ने भारत से 10,000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स और 5,000 केयर टेकर की मांग की है। यह भर्ती नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) के माध्यम से की जाएगी।
भर्ती अभियान जल्द शुरू होगा
इजरायल में हाल ही में करीब 500 भारतीय कामगारों को अपेक्षित कौशल की कमी के कारण वापस भेज दिया गया था। ये वर्कर्स उन फिलिस्तीनियों की जगह लेने के लिए रखे गए थे जिनके काम के परमिट गाजा में चल रहे संघर्ष के बाद रद्द कर दिए गए थे। अब इजरायल ने भारत के साथ एक द्विपक्षीय समझौते के तहत बड़े पैमाने पर भर्ती का फैसला किया है।
महाराष्ट्र में होगा दूसरा चरण
2008 में भारत के वित्त मंत्रालय द्वारा स्थापित NSDC ने इस साल अप्रैल में पश्चिम एशिया के इस देश में पहले चरण में 2,600 भारतीय वर्कर्स को भेजा था। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना से कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की भर्ती के बाद अब दूसरा चरण महाराष्ट्र में होगा। इस चरण में फ्रेम वर्क, आयरन बेंडिंग, प्लास्टरिंग, और सिरेमिक टाइलिंग जैसे क्षेत्रों के कुशल कारीगरों को चुना जाएगा। इन वर्कर्स को अनुभव के आधार पर लाखों रुपये की सैलरी भी दी जाएगी।
भर्ती प्रक्रिया में चुनौतियां
इजरायल में भारतीय कामगारों को भेजने की योजना को कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा है। इजरायल ने फिलिस्तीनी श्रमिकों की जगह लेने के लिए जो भर्ती की, उसमें कौशल की कमी और उचित आकलन की प्रक्रिया में खामियां थीं। इस कारण कई भारतीय वर्कर्स को वापस भेजना पड़ा। अब NSDC ने भर्ती प्रक्रिया को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है, ताकि नए चयनित वर्कर्स की मांग के अनुसार कौशल और अनुभव को बेहतर तरीके से सुनिश्चित किया जा सके।