Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 08 Apr, 2025 02:18 PM
आज के समय में आर्थिक सुरक्षा और भविष्य के लिए एक मजबूत वित्तीय योजना बनाना हर किसी के लिए जरूरी हो गया है। बहुत से लोग सोचते हैं कि करोड़पति बनने के लिए बड़ी कमाई की जरूरत होती है
नेशनल डेस्क: आज के समय में आर्थिक सुरक्षा और भविष्य के लिए एक मजबूत वित्तीय योजना बनाना हर किसी के लिए जरूरी हो गया है। बहुत से लोग सोचते हैं कि करोड़पति बनने के लिए बड़ी कमाई की जरूरत होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि छोटी-छोटी बचत से भी बड़ी संपत्ति बनाई जा सकती है। अगर आप हर महीने सिर्फ ₹5000 की SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) करते हैं और इसमें 15% का सालाना रिटर्न मिलता है, तो 23 साल में आप 1 करोड़ से ज्यादा की मैच्योरिटी रकम बना सकते हैं।
चलिए जानते हैं SIP क्या है, यह कैसे काम करता है और आप भी कैसे इस आसान निवेश योजना से करोड़पति बन सकते हैं।
SIP क्या है और यह कैसे काम करता है?
SIP का मतलब है Systematic Investment Plan, यानी एक व्यवस्थित निवेश योजना। इसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं।
-
निवेश का तरीका: ₹500, ₹1000 या अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी राशि चुन सकते हैं।
-
कहाँ निवेश होता है: यह पैसा शेयरों, डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स और अन्य वित्तीय उत्पादों में लगाया जाता है।
-
मुख्य फायदा: मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद दीर्घकालिक निवेश पर रिटर्न अच्छा रहता है।
जब आप लंबे समय तक SIP करते हैं, तो कंपाउंडिंग का जादू आपके निवेश को कई गुना बढ़ा देता है।
क्यों SIP है एक बेहतरीन निवेश विकल्प?
-
अनुशासन और नियमितता: हर महीने एक तय दिन पर निवेश करने से बचत की आदत बनती है।
-
कंपाउंडिंग का फायदा: लंबी अवधि के निवेश पर रिटर्न और भी ज्यादा हो जाता है।
-
मार्केट रिस्क के बावजूद स्थिर रिटर्न: भले ही मार्केट में गिरावट हो, समय के साथ रिटर्न बेहतर हो जाता है।
-
लचीलापन: आप कभी भी SIP को रोक, बंद या बढ़ा सकते हैं।
अगर आप ₹5000 मासिक निवेश करते हैं तो क्या होगा?
अगर आप हर महीने ₹5000 की SIP 15% की औसत रिटर्न दर पर करते हैं, तो 23 साल में आपका निवेश इस तरह बढ़ेगा:
यह आंकड़ा दिखाता है कि कैसे एक छोटी मासिक बचत भी बड़े धन में बदल सकती है।
SIP शुरू करने के लिए क्या जरूरी है?
-
आयु सीमा: 18 वर्ष से ऊपर कोई भी व्यक्ति SIP शुरू कर सकता है।
-
आवश्यक दस्तावेज:
-
पैन कार्ड
-
आधार कार्ड
-
बैंक खाता
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
KYC प्रक्रिया: दस्तावेजों की पुष्टि के बाद ही आप निवेश शुरू कर सकते हैं।
किसे करना चाहिए SIP?
-
युवाओं के लिए: जल्दी शुरू करें और समय के साथ बड़ा फंड बनाएं।
-
कामकाजी पेशेवरों के लिए: भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा बनाएं।
-
गृहणियों के लिए: परिवार की वित्तीय स्थिरता में योगदान दें।
-
छात्रों के लिए: अपने करियर के लिए वित्तीय नींव बनाएं।
SIP के टैक्स लाभ क्या हैं?
अगर आप ELSS (Equity Linked Savings Scheme) में SIP करते हैं, तो आपको धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिल सकती है।
बाकी SIP योजनाओं पर सीधे टैक्स छूट नहीं मिलती, लेकिन लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स की दरें काफी कम होती हैं।
SIP कैसे शुरू करें?
-
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म चुनें: Zerodha, Groww, Paytm Money, ET Money आदि पर आसानी से SIP शुरू कर सकते हैं।
-
KYC प्रक्रिया पूरी करें: आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और सत्यापित करें।
-
फंड चुनें: सही म्यूचुअल फंड स्कीम का चयन करें।
-
राशि तय करें: हर महीने कितनी राशि निवेश करनी है, यह तय करें।
-
ऑटो-डेबिट सेट करें: बैंक खाते से हर महीने स्वतः राशि कटेगी।
अलग-अलग राशि पर SIP की तुलना
मासिक SIP |
कुल निवेश (23 वर्ष) |
अनुमानित रिटर्न (15%) |
कुल मैच्योरिटी वैल्यू |
₹500 |
₹1,38,000 |
₹8,93,648 |
₹10,31,648 |
₹1000 |
₹2,76,000 |
₹17,87,296 |
₹20,63,296 |
₹2000 |
₹5,52,000 |
₹35,74,592 |
₹41,26,592 |
₹3000 |
₹8,28,000 |
₹53,61,888 |
₹61,89,888 |
₹4000 |
₹11,04,000 |
₹71,49,185 |
₹82,53,185 |
डिस्क्लेमर - यह लेख केवल अनुमान के आधार पर है, इसलिए कहीं भी निवेश करने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल करलें।