Edited By Rahul Rana,Updated: 30 Oct, 2024 11:48 AM
नेशनल डेस्क। सितंबर में क्रेडिट कार्ड खर्च में साल-दर-साल 25 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, जोकि 6 महीनों में सबसे अधिक वृद्धि मानी जा रही है।
नेशनल डेस्क। सितंबर में क्रेडिट कार्ड खर्च में साल-दर-साल 25 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, जोकि 6 महीनों में सबसे अधिक वृद्धि मानी जा रही है। भले ही कई बैंकों ने 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान अधिक स्लिपेज देखा है लेकिन फरवरी के बाद पहली बार खर्च में वृद्धि 20 प्रतिशत से अधिक रही।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में खर्च 1.76 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया था जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1.42 ट्रिलियन रुपये था। अगस्त 2024 में क्रेडिट कार्ड खर्च 1.68 ट्रिलियन रुपये था।
वहीं विशेषज्ञों ने इस स्वस्थ वृद्धि का श्रेय त्यौहारी मांग और अनुकूल आधार प्रभाव को दिया है।
इस बारे बातचीत करते हुए केयरएज रेटिंग्स में बीएफएसआई रिसर्च के प्रमुख सौरभ भालेराव ने कहा, "क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि पिछले वर्ष और त्यौहारी सीजन में कम आधार के कारण हुई है। आगे देखते हुए, त्यौहारी सीजन और संबंधित प्रचार गतिविधियों के कारण अक्टूबर में भी खर्च में वृद्धि देखने को मिल सकती है।"
वहीं मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के शोध विश्लेषक नितिन अग्रवाल ने कहा, "इस समय वृद्धि अच्छी दिख रही है। त्योहारी सीजन की शुरुआती शुरुआत ने महीने के दूसरे हिस्से में खर्च में तेजी लाने में योगदान दिया। हमारा अनुमान है कि वित्तीय वर्ष के दौरान उद्योग का खर्च 100 प्रतिशत तक बढ़ेगा और आने वाले महीनों में रुझान समग्र प्रक्षेपवक्र का आकलन करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।"
इस मौके पर बातचीत करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में कहा कि त्यौहारी सीजन की मांग भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए मिश्रित संकेत प्रस्तुत करती है। हालांकि सकारात्मकता नकारात्मकता से अधिक है, और भारतीय अर्थव्यवस्था यथोचित रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
कुछ निजी बैंकों ने जुलाई से लेकर सितंबर तक की अवधि के दौरान क्रेडिट कार्ड और माइक्रोफाइनेंस खंडों में तनाव बढ़ने की सूचना दी है।
एक्सिस बैंक के ग्रुप एग्जीक्यूटिव अर्जुन चौधरी ने पोस्ट-अर्निंग कॉल के दौरान कहा, "क्रेडिट कार्ड के मोर्चे पर, जैसा कि हमने पिछली कॉल में बताया था, कुछ सेगमेंट तनाव और कर्ज के शुरुआती संकेत दिखा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने नए कार्ड जारी करने की संख्या सीमित करने और अपने मौजूदा पोर्टफोलियो को प्रबंधित करने सहित कई कदम उठाए हैं।"
सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता एचडीएफसी बैंक का खर्च 35 प्रतिशत बढ़कर 52,226.59 करोड़ रुपये हो गया, जोकि सितंबर 2023 में 38,661.8 करोड़ रुपये था।
वहीं एसबीआई कार्ड्स एवं पेमेंट सर्विसेज लेनदेन 11 प्रतिशत बढ़कर 27,714.7 करोड़ रुपये हो गया है और आईसीआईसीआई बैंक का कार्ड खर्च 24 प्रतिशत बढ़कर 31,457 करोड़ रुपये हुआ तथा एक्सिस बैंक का खर्च 15.1 प्रतिशत बढ़कर 18,721.9 करोड़ रुपये हो गया है।
सितम्बर में खर्च में वृद्धि हुई, लेकिन कार्डों की संख्या में वृद्धि धीमी बनी रही है। सितंबर में बकाया क्रेडिट कार्डों की संख्या साल-दर-साल 14 प्रतिशत बढ़कर 106.11 मिलियन हो गई, जबकि सितंबर 2023 में यह 93 मिलियन थी।
आखिर में बता दें कि प्रचलन में कार्डों की वृद्धि धीरे-धीरे धीमी हो गई है, जोकि जनवरी 2024 में लगभग 20 फीसदी वार्षिक से सितंबर 2024 में 14 फीसदी हो गई है।