Edited By Mahima,Updated: 16 Aug, 2024 10:59 AM
विराट कोहली, रोहित शर्मा, सचिन तेंदुलकर और जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गज क्रिकेटरों के खेल को युवा क्रिकेटर अक्सर अपनाते हैं। लेकिन कुछ क्रिकेटर अपने खेल की अनोखी शैली के लिए जाने जाते हैं। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान शिवनारायण चंद्रपॉल ऐसे ही एक...
नेशनल डेस्क: विराट कोहली, रोहित शर्मा, सचिन तेंदुलकर और जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गज क्रिकेटरों के खेल को युवा क्रिकेटर अक्सर अपनाते हैं। लेकिन कुछ क्रिकेटर अपने खेल की अनोखी शैली के लिए जाने जाते हैं। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान शिवनारायण चंद्रपॉल ऐसे ही एक क्रिकेटर हैं जिनका बैटिंग स्टांस और खेल का तरीका बेहद अटपटा था, लेकिन उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
शिवनारायण चंद्रपॉल का अनोखा बैटिंग स्टांस
शिवनारायण चंद्रपॉल, जिनका आज (16 अगस्त) 50वां जन्मदिन है, का बैटिंग स्टांस बहुत ही अलग था। वे क्रीज पर ऐसा खड़े होते थे जैसे गेंदबाज स्क्वायर लेग से उन्हें गेंदबाजी कर रहा हो। इस अजीबोगरीब तकनीक के बावजूद, चंद्रपॉल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 से अधिक रन बनाए और वनडे में भी शानदार खेल दिखाया।
कैसे की करियर की शुरुआत
चंद्रपॉल ने अपने करियर की शुरुआत 1994 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से की थी, जहां उन्होंने शतक जमाया था। इसके बाद, उनका क्रिकेट करियर धीरे-धीरे ऊंचाइयों की ओर बढ़ा। 2005 में, उन्हें वेस्टइंडीज का कप्तान बनाया गया, और उन्होंने गुयाना में अपने घरेलू मैदान पर दोहरा शतक बनाकर कप्तानी का जश्न मनाया। हालांकि, अगले साल उन्होंने कप्तानी छोड़ दी ताकि अपनी बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान दे सकें।
शानदार करियर की उपलब्धियां
शिवनारायण चंद्रपॉल ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए। उन्होंने 2006 में भारत दौरे के दौरान अपने खेल में सुधार किया और अगले तीन वर्षों में 23 टेस्ट मैचों में 73.09 की औसत से रन बनाए। इस दौरान उन्होंने सात शतक और 14 अर्धशतक लगाए। 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 140वें टेस्ट मैच में, उन्होंने 10,000 रन का आंकड़ा छुआ। जब भी टीम मुश्किल में होती थी, चंद्रपॉल क्रीज पर टिके रहते और महत्वपूर्ण शतक बनाते। हालांकि, तीन साल बाद उनके प्रदर्शन में गिरावट आई और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। अंततः, जनवरी 2016 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी।
टी20 करियर अपेक्षाकृत छोटा था
चंद्रपॉल ने 164 टेस्ट, 268 वनडे और 22 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 51.37 की औसत से 11,867 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 66 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में उन्होंने 41.60 की औसत से 8,778 रन बनाए और 11 शतक व 59 अर्धशतक बनाए। उनका टी20 करियर अपेक्षाकृत छोटा था, जिसमें उन्होंने 20.17 की औसत से 343 रन बनाए।
चंद्रपॉल का परिवार
चंद्रपॉल के बेटे, तेगनारायण चंद्रपॉल, भी क्रिकेट खेलते हैं। तेगनारायण ने अब तक 10 टेस्ट मैच खेले हैं और 32.94 की औसत से 560 रन बनाए हैं। वे भी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और अपने पिता की तरह ही क्रिकेट के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। शिवनारायण चंद्रपॉल का क्रिकेट करियर अनूठा और प्रेरणादायक है। उनके असामान्य बैटिंग स्टांस और शानदार प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक विशेष स्थान दिलाया है। उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड और उनकी बल्लेबाजी की शैली आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।