Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Oct, 2024 11:24 AM
पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली लेकिन इस हफ्ते एक बार फिर से कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। गुरुवार को एक बार फिर तेल के दामों में बढ़ोतरी देखी गई।
नेशनल डेस्क: पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली लेकिन इस हफ्ते एक बार फिर से कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। गुरुवार को एक बार फिर तेल के दामों में बढ़ोतरी देखी गई। ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 0.59% बढ़कर 74.40 डॉलर हो गई, जबकि अमेरिकी WTI क्रूड 0.64% बढ़कर 71.22 डॉलर तक पहुंच गया। इस बढ़ोतरी की मुख्य वजह इजराइल और हिजबुल्ला के बीच चल रहे युद्ध को माना जा रहा है, जिसने वैश्विक बाजार में अस्थिरता पैदा कर दी है।
पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद तेजी
इस हफ्ते ब्रेंट क्रूड ऑयल में 3.2% और WTI क्रूड में 2.9% की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में गिरावट आई थी, खासकर चीन की कमजोर मांग और इजराइल के बयान के बाद। इजराइल ने कहा था कि वह ईरान के तेल ठिकानों को निशाना नहीं बनाएगा, जिससे बाजार में स्थिरता लौटी और तेल की कीमतों में 7% की गिरावट आई।
अमेरिका की कच्चे तेल की सूची में वृद्धि
अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन (EIA) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में पिछले हफ्ते 5.5 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई, जो विशेषज्ञों के अनुमान से काफी ज्यादा थी। रॉयटर्स पोल में 270,000 बैरल की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया था।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर असर
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर पेट्रोल और डीजल पर भी पड़ सकता है। हालांकि, 24 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अभी भी 94.72 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है।
आगे की संभावना
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही है, जिससे अमेरिकी आर्थिक गतिविधियों में और सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।