Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Nov, 2024 03:58 PM
चक्रवात ‘फेंगल’ ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में गंभीर प्रभाव डालते हुए अब तक 12 लोगों की जान ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस तूफान के कारण तटीय जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘फेंगल’ 30 नवंबर की...
नेशनल डेस्क: चक्रवात ‘फेंगल’ ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में गंभीर प्रभाव डालते हुए अब तक 12 लोगों की जान ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस तूफान के कारण तटीय जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘फेंगल’ 30 नवंबर की सुबह तक कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है। यह तूफान 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं लाएगा, जो अधिकतम 75 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।
तूफान की स्थिति और ट्रैक
चक्रवात की वर्तमान स्थिति के अनुसार, यह त्रिंकोमाली से 260 किमी उत्तर-पूर्व, नागपट्टिनम से 310 किमी पूर्व, पुडुचेरी से 360 किमी दक्षिण-पूर्व, और चेन्नई से 400 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह 7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और धीरे-धीरे और अधिक तीव्र हो रहा है।
रेड अलर्ट और सुरक्षा निर्देश
IMD ने तमिलनाडु के चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई, तिरुवरूर, नागपट्टिनम, पुडुचेरी और कराईकल जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समुद्र से दूर रहने और सभी एहतियाती उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।
फसलों को भारी नुकसान, नौसेना ने संभाली कमान
चक्रवात के चलते नागपट्टिनम में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें 800 एकड़ से अधिक खेत जलमग्न हो गए हैं। भारतीय नौसेना ने स्थिति को संभालने के लिए भोजन, पानी और दवाओं के साथ राहत सामग्री तैनात कर दी है।
निवासियों के लिए अपील
सरकार और प्रशासन ने निवासियों से आग्रह किया है कि वे सुरक्षित स्थानों पर शरण लें, यात्रा से बचें और आपदा प्रबंधन टीमों के निर्देशों का पालन करें। संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यह चक्रवात तमिलनाडु और पुडुचेरी के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर आया है। प्रशासन ने हर संभव कदम उठाने का वादा किया है ताकि नुकसान को कम किया जा सके।