Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Nov, 2024 09:30 AM
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात 'फेंगल' ने भारत की ओर रुख किया है और अगले दो दिनों में तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और...
नेशनल डेस्क: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात 'फेंगल' ने भारत की ओर रुख किया है और अगले दो दिनों में तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और श्रीलंका के तट को छोड़ते हुए तमिलनाडु के तटों पर पहुंचेगा।
मौसम विभाग ने 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक इन क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। चक्रवात के प्रभाव से तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिसकी गति 55-60 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
विभाग ने बताया कि चक्रवात का लैंडफॉल 29 नवंबर के आस-पास हो सकता है, जिससे तटीय जिलों में तेज बारिश और तूफानी हवाओं का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात फेंगल का असर 28 से 30 नवंबर के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी में महसूस होगा, जहां कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। लैंडफॉल के समय हवाओं की गति 55-60 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। डीप डिप्रेशन 10 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और यह श्रीलंका के तट को छोड़ते हुए तमिलनाडु के तटों से गुजरेगा।
इस दौरान, रामनाथपुरम और मईलाडुदुरै जैसे क्षेत्रों में औसतन 10 सेमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। चेन्नई में हालांकि दिन में बारिश नहीं हुई, लेकिन समुद्र की लहरों का वेग बढ़ गया। चक्रवात के कारण तटीय जिलों में फसलें डूबने लगी हैं, खासकर तिरुवारूर, मईलाडुदुरै और नागपट्टिनम में।
सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को कडलूर, नागपट्टिनम और चेन्नई सहित अन्य प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात कर दिया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात फेंगल के मद्देनजर तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है, और इसके प्रभाव से भारी बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं का भी सामना करना पड़ सकता है।