Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Nov, 2024 09:01 AM
तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवात फेंगल के चलते मौसम बिगड़ता जा रहा है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश और तेज आंधी की संभावना जताई है। समुद्र में लहरें 10 फीट से अधिक ऊंची उठ रही हैं, जिससे तटीय जिलों में खतरा बढ़ गया है।
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवात फेंगल के चलते मौसम बिगड़ता जा रहा है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश और तेज आंधी की संभावना जताई है। समुद्र में लहरें 10 फीट से अधिक ऊंची उठ रही हैं, जिससे तटीय जिलों में खतरा बढ़ गया है।
तमिलनाडु के डेल्टा क्षेत्रों में गुरुवार को मूसलाधार बारिश जारी रही, जिससे मायलाडुतुरै, तंजावुर, तिरुवारुर और नागपट्टिनम जिलों में हालात गंभीर हो गए हैं। प्रशासन ने 150 से अधिक अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए हैं और लोगों को जल स्रोतों के पास जाने से सख्ती से मना किया गया है।
नागपट्टिनम में बाढ़ के हालात
नागपट्टिनम जिले में भारी बारिश के कारण कोडियाकरै में 20 मिमी और वेदारण्यम, तिरुपुंडी, तिरुकुवलै व तलैगनेयर में 10 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। निचले इलाकों जैसे वेलांकनी के सेबेस्टियन नगर, शिवशक्ति नगर, वल्लियमै नगर और गोमती नगर में बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने आपात स्थितियों के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन (04365-1077) और 24 घंटे सक्रिय नियंत्रण कक्ष शुरू किया है।
समुद्र में लहरों की उथल-पुथल
कडलूर जिले में समुद्र में लहरें सामान्य से अधिक उग्र हो गई हैं। यहां 10 फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं, जबकि आमतौर पर यह 2 फीट तक रहती हैं। तटीय इलाकों थझंगुडा, देवनामपट्टिनम, सिंगारातोप्पु और सोतीकुप्पम सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
बचाव और राहत कार्य
कडलूर बंदरगाह ने चक्रवात चेतावनी संकेत संख्या 3 जारी किया है। जिले में 16 अग्निशमन केंद्रों पर 270 बचाव कर्मियों, तैराकों और उपकरणों के साथ टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, 28 चक्रवात आश्रय स्थल, 14 बहुउद्देश्यीय सुरक्षा केंद्र और 191 अस्थायी राहत शिविर तैयार किए गए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
तमिलनाडु के कई जिलों में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो और आरेंज अलर्ट जारी किए हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।