Edited By rajesh kumar,Updated: 29 Sep, 2024 07:59 PM
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने के कारण बिहार के कई जिलों में बारिश की संभावना बढ़ गई है। शनिवार से ही राजधानी पटना समेत बिहार के अन्य इलाकों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। नेपाल में भी भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिसका असर बिहार पर भी पड़...
नेशनल डेस्क: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने के कारण बिहार के कई जिलों में बारिश की संभावना बढ़ गई है। शनिवार से ही राजधानी पटना समेत बिहार के अन्य इलाकों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। नेपाल में भी भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिसका असर बिहार पर भी पड़ रहा है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि यहां बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
बाढ़ की स्थिति
नेपाल में हो रही भारी बारिश से गंडक और कोसी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिसके कारण उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। पिछले 24 घंटों में इन नदियों का पानी डिस्चार्ज पांच गुना बढ़ गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने 20 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
पटना में गंडक और कोसी नदी के बढ़ते जल स्तर पर नजर रखने के लिए एक वॉर रूम बनाया गया है। कोसी के वीरपुर बराज से 6.01 लाख क्यूसेक और गंडक के वाल्मीकिनगर बराज से 5.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
मौसम में बदलाव
रविवार को भी पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी और सुपौल में भारी बारिश दर्ज की गई। हालांकि, आज मौसम में बदलाव के कारण तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार से फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। पिछले दो दिनों में बिहार के 19 जिलों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है, जबकि 16 जिलों में तापमान में गिरावट आई है।बिहार के लोगों को आगामी दिनों में भारी बारिश और बाढ़ के खतरों के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। सभी प्रभावित जिलों के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।