Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Nov, 2024 06:34 PM
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव ने शुक्रवार दोपहर को चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। यह तूफान 30 नवंबर को पुडुचेरी के पास पहुंचने की संभावना है, और इस दौरान हवाओं की गति...
नेशनल डेस्क : दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव ने शुक्रवार दोपहर को चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। यह तूफान 30 नवंबर को पुडुचेरी के पास पहुंचने की संभावना है, और इस दौरान हवाओं की गति 90 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
शनिवार को होगा लैंडफॉल
IMD ने बताया कि यह चक्रवात चेन्नई से 380 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए शनिवार दोपहर तक कराईकल और महाबलीपुरम के बीच लैंडफॉल कर सकता है।
इन इलाकों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, इस तूफान के चलते शुक्रवार और शनिवार को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। नेल्लोर, चित्तूर, तिरुपति और अन्नामय्या जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
IMD ने दक्षिण तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है, जो 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, और जो मछुआरे पहले से समुद्र में हैं, उन्हें तुरंत किनारे लौटने की हिदायत दी गई है।
बंदरगाहों के लिए अलर्ट
चक्रवाती तूफान के कारण आंध्र प्रदेश के कृष्णापट्टनम और निजामपट्टनम बंदरगाहों पर फेज 3 की चेतावनी जारी की गई है, जबकि अन्य बंदरगाहों पर फेज-1 अलर्ट है।