Edited By Parminder Kaur,Updated: 21 Apr, 2025 10:55 AM
जयपुर में बीती रात एक दुखद घटना हुई। जय अम्बे नगर के रहने वाले सुमित गुस्से में अपने घर से निकलकर जगतपुरा में सीबीआई फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। वह बहुत परेशान थे और अपनी जान देने की सोच रहे थे। उनकी 15 साल की बेटी निशा उनसे लगातार घर चलने के...
नेशनल डेस्क. जयपुर में बीती रात एक दुखद घटना हुई। जय अम्बे नगर के रहने वाले सुमित गुस्से में अपने घर से निकलकर जगतपुरा में सीबीआई फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। वह बहुत परेशान थे और अपनी जान देने की सोच रहे थे। उनकी 15 साल की बेटी निशा उनसे लगातार घर चलने के लिए कह रही थी, लेकिन सुमित ने उनकी बात नहीं सुनी।
निशा अपने पिता को बचाने की पूरी कोशिश कर रही थी। इस दौरान हरिद्वार मेल नाम की एक ट्रेन आ गई और निशा और सुमित के बड़े भाई गणेश भी उसकी चपेट में आ गए, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
सुमित के रिश्तेदार सत्यनारायण ने बताया कि सुमित ने पहले वीडियो कॉल करके रेलवे लाइन दिखाई थी, जब उनसे पूछा गया कि वह कहां हैं, तो उन्होंने जगह का नाम नहीं बताया। लेकिन रात करीब 10:40 बजे निशा ने फोन करके बताया कि उसके पापा रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं और हट नहीं रहे हैं। निशा और सुमित के बड़े भाई गणेश दोनों उन्हें वहां से हटाने की बहुत कोशिश कर रहे थे, लेकिन सुमित ने किसी की नहीं सुनी।सत्यनारायण ने यह भी बताया कि सुमित कैब चलाते थे और गणेश मजदूरी करते थे।
रेलवे ट्रैक से खींचतान के दौरान रात करीब 11:15 बजे निशा और गणेश भी ट्रेन की चपेट में आ गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जयपुरिया अस्पताल भेज दिया, जहाँ सोमवार को उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा।
मृतकों के रिश्तेदारों ने अभी तक उनके परिवार वालों को इस हादसे की सूचना नहीं दी है। देर रात डेढ़ बजे तक रिश्तेदार सुमित की तलाश में निशा और गणेश के इधर-उधर जाने की जानकारी देते रहे, जब परिवार वालों की निशा और गणेश से बात नहीं हो पाई, तो उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई।
शुरुआती जाँच में पता चला है कि सुमित रविवार रात घर पर किसी बात पर झगड़ा होने के बाद गुस्से में निकल गए थे। उनके पीछे-पीछे उनका भाई और बेटी भी उन्हें वापस लाने के लिए निकल पड़े थे। देर रात सुमित इंदिरा गांधी नगर के पास सीबीआई फाटक पर रेलवे लाइन पर आत्महत्या करने पहुँच गए। उनका बड़ा भाई और बेटी उन्हें बचाने की कोशिश में ट्रेन की चपेट में आ गए। हालाँकि, बाद में पता चला कि यह इलाका खोनागोरियान थाना क्षेत्र में आता है, जिसके बाद खोनागोरियान थाने की पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की जाँच कर रही है।