Edited By Parminder Kaur,Updated: 25 Oct, 2024 10:56 AM
हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विसेस का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है, जिसमें एक दिलचस्प कहानी सामने आई है। हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग (एचएसएएम) बोर्ड के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर मुकेश कुमार आहूजा और उनके ड्राइवर होशियार सिंह दोनों के परिवार में खुशी का...
नेशनल डेस्क. हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विसेस का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है, जिसमें एक दिलचस्प कहानी सामने आई है। हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग (एचएसएएम) बोर्ड के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर मुकेश कुमार आहूजा और उनके ड्राइवर होशियार सिंह दोनों के परिवार में खुशी का माहौल है, क्योंकि उनकी बेटियां जज बन गई हैं। मुकेश की बेटी पारस ने 12वीं रैंक हासिल की, जबकि होशियार की बेटी समीक्षा ने एससी वर्ग में दूसरे स्थान पर रही।
पारस ने कहा कि जिस दिन रिजल्ट आया और पता चला कि समीक्षा भी सेलेक्ट हो गई है तो सच मानें मुझे खुद से ज्यादा उसके जज बनने ने की खुशी हुई। मैं मैं प्रिविलेज्ड परिवरा से हूं। बचपन से माहौल भी वैसा ही देखा, पर समीक्षा ने अभाव में हार्ड वर्क किया है। उसके पैरेंट्स ने सपोर्ट किया, यह प्रशंसनीय है।
वहीं समीक्षा ने कहा कि मेरे पिता 2007 से अफसरों के साथ फेस्टेड हैं। जानते थे कि उनकी जिंदगी कैसी होती है। इसलिए हमेशा यही चाहते थे कि 'मेरी बेटी भी अफसर बने। मैं छोटी उम्र में जब किताबों में लॉयर्स की फोटो देखती तो मोटिवेट होती। तभी सोच लिया था कि यूडिशियल में जाऊंगी।
पारस के पिता मुकेश कुमार ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी भी तैयारी कर रही है, तो उन्होंने पारस और समीक्षा को मिलाया। बच्चे सभी के बराबर होते हैं। मैं खुशी से भर गया कि दोनों सफल हो गईं।
वहीं समीक्षा के पिता ने कहा कि यह मुकदर की बात है। साहब आईएएस है और में 10वीं पास कर ड्राइवर बना। सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरी बेटी जज बन जाएगी। उस पर गर्व है।