Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Nov, 2024 01:25 PM
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने अनचाही कॉल्स को रोकने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। 1 दिसंबर से नए ट्रेसिबिलिटी नियम लागू होने के बाद, इन कॉल्स में महत्वपूर्ण कमी आ सकती है, जिससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। TRAI ने अब तक 18 लाख से अधिक...
नेशनल डेस्क: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने अनचाही कॉल्स को रोकने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। 1 दिसंबर से नए ट्रेसिबिलिटी नियम लागू होने के बाद, इन कॉल्स में महत्वपूर्ण कमी आ सकती है, जिससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। TRAI ने अब तक 18 लाख से अधिक मोबाइल नंबरों को ब्लॉक कर दिया है, जो साइबर स्कैम और स्पैम कॉल्स से जुड़े थे।
सैटेलाइट स्पेक्ट्रम पर सिफारिशें जल्द
TRAI जल्द ही सैटेलाइट स्पेक्ट्रम को लेकर अपनी सिफारिशें टेलीकॉम विभाग को भेजने की तैयारी कर रहा है। हाल ही में इस विषय पर स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक भी की गई, जिसमें कई नए प्रस्तावों पर चर्चा हुई। सैटेलाइट स्पेक्ट्रम में सुधार और इसके सही उपयोग से ग्राहकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकती है।
अन्य इंडस्ट्री से सहयोग की पहल
TRAI के चेयरमैन के मुताबिक, अनचाही कॉल्स पर रोक लगाने के लिए बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर्स के रेगुलेटर्स को चिट्ठी लिखी गई है। इसके अंतर्गत, बैंकिंग और इंश्योरेंस जैसी प्रमुख संस्थाओं से जुड़े प्रमुख एंटिटीज को पंजीकरण करने की मांग की गई है। इसका उद्देश्य इस प्रकार की कॉल्स के सोर्स को ट्रैक करना और अनचाही कॉल्स को पूरी तरह से रोकना है।
साइबर सुरक्षा में सुधार
TRAI ने साइबर स्कैम को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। नए ट्रेसिबिलिटी नियमों के तहत, कॉल्स का सोर्स आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा, जिससे साइबर धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी। इसके अतिरिक्त, ग्राहकों को अनचाही कॉल्स से निजात मिलेगी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
TRAI की इस पहल से ग्राहकों को टेलीमार्केटिंग कॉल्स से छुटकारा मिलेगा, और साइबर सुरक्षा के स्तर में सुधार होगा।