Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Nov, 2024 03:43 PM
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे गहरे दबाव ने तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में गंभीर मौसम की स्थिति पैदा कर दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह दबाव श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों की ओर बढ़ रहा है, जिससे अगले पांच दिनों तक भारी बारिश...
नेशनल डेस्क: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे गहरे दबाव ने तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में गंभीर मौसम की स्थिति पैदा कर दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि यह दबाव श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों की ओर बढ़ रहा है, जिससे अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। तटीय और डेल्टा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
प्रभावित जिलों पर असर
तमिलनाडु के मयिलादुथुराई, कराईकल, तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है। वहीं, चेन्नई, तंजावुर, पुदुचेरी, कांचीपुरम और तिरुवल्लुर समेत कई अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
जलभराव और जनजीवन प्रभावित
लगातार बारिश से तमिलनाडु के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। थूथुकुडी के कई हिस्से, जैसे राजगोपाल नगर और पोस्टल टेलीग्राम कॉलोनी, पूरी तरह जलमग्न हैं। इस भारी बारिश ने सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
सरकार की तैयारी और प्रयास
तमिलनाडु सरकार ने आपदा प्रबंधन के लिए कदम उठाए हैं। मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बताया कि राज्य ने स्थिति से निपटने के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। अतिरिक्त मोटर पंप, सुपर-सकर मशीनें, और स्वयंसेवकों को लगाया गया है। स्कूलों को प्रभावित जिलों में बंद रखने का आदेश जारी किया गया है, ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मछुआरों को सतर्कता बरतने की सलाह
तटीय इलाकों में रहने वाले मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि उथल-पुथल वाले समुद्री हालात गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। वहीं, निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने और आपातकालीन निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि यह दबाव 30 नवंबर तक कमजोर हो सकता है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी। स्थानीय प्रशासन और राहत दल सतर्क हैं और प्रभावित इलाकों में हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है।
तमिलनाडु की जनता से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। इस आपदा के बीच, राज्य सरकार का फोकस जनजीवन को सुरक्षित और सामान्य बनाने पर है।