Edited By Pardeep,Updated: 31 Oct, 2024 06:07 AM
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को असम के तेजपुर में 4 कोर मुख्यालय में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बुनियादी ढांचे के विकास की समीक्षा भी की।
नेशनल डेस्कः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को असम के तेजपुर में 4 कोर मुख्यालय में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बुनियादी ढांचे के विकास की समीक्षा भी की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बाराखाना के दौरान सैनिकों को संबोधित करते हुए राजनाथ ने एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में जमीनी स्थिति को बहाल करने के लिए भारत और चीन के बीच बनी सहमति का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और चीन एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में अपने संघर्षों को हल करने के लिए राजनयिक और सैन्य वार्ता कर रहे थे। हमारे निरंतर प्रयासों के बाद हम आम सहमति पर पहुंचे हैं।'आपके अनुशासन और साहस के कारण ही हमें यह सफलता मिली है।' हम आम सहमति के आधार पर शांति बहाली की इस प्रक्रिया को जारी रखेंगे।''
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कहते थे कि हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसी नहीं। हम अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने में विश्वास करते हैं। यह भारत की स्पष्ट नीति है। हालांकि, कभी-कभी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं और किसी को सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होती है।'' रक्षा मंत्री ने कहा, हमारी सेनाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार शांति बहाली की इस प्रक्रिया में आवश्यक कदम उठाएगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे दिवाली की पूर्व संध्या पर आपके बीच आने का अवसर प्राप्त हुआ। मुझे आज तवांग पहुंचना था। मेरा 'बड़ाखाना' भी तवांग में वहां के वीर जवानों के साथ होना था,लेकिन शायद भगवान चाहते थे कि मैं तेजपुर में वीर जवानों के साथ 'बड़ाखाना' में शामिल होऊं।