Edited By Rohini Oberoi,Updated: 09 Mar, 2025 12:55 PM

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने टी-72 टैंकों के लिए इंजन खरीदने के लिए रूस की कंपनी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के साथ 248 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,156 करोड़ रुपये) का सौदा किया है।
नेशनल डेस्क। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने टी-72 टैंकों के लिए इंजन खरीदने के लिए रूस की कंपनी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के साथ 248 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,156 करोड़ रुपये) का सौदा किया है।
इस सौदे में चेन्नई में स्थित सरकारी बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टीओटी) भी शामिल है। मंत्रालय के अनुसार यह सौदा 1,000 एचपी के इंजन की खरीद के लिए हुआ है। ये इंजन पूरी तरह से तैयार, नॉक डाउन और सेमी-नॉक डाउन स्थिति में होंगे।
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इस सौदे का उद्देश्य भारत में "मेक इन इंडिया" पहल को बढ़ावा देना है। इसके तहत बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड को रूस से तकनीकी सहायता प्राप्त होगी ताकि यहां पर इन इंजनों का लाइसेंस प्राप्त उत्पादन किया जा सके।
टी-72 टैंक भारतीय सेना के टैंक बेड़े का अहम हिस्सा हैं जो वर्तमान में 780 एचपी इंजन से सुसज्जित हैं। मंत्रालय ने कहा कि टी-72 टैंकों को 1,000 एचपी इंजन से लैस करने से भारतीय सेना की युद्धक्षेत्र की गतिशीलता और आक्रामक क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
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बता दें कि यह सौदा भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इससे न केवल सेना की ताकत बढ़ेगी बल्कि "मेक इन इंडिया" अभियान को भी मजबूती मिलेगी।