Edited By Rohini Oberoi,Updated: 27 Jan, 2025 11:06 AM
भारत में मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन सेवा कब शुरू होगी इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट तारीख नहीं आई है लेकिन सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक इस रूट पर बुलेट ट्रेन दौड़े पर तकनीकी कारणों की वजह से इसके शुरू होने में देरी हो सकती है। इसके लिए...
नेशनल डेस्क। भारत में मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन सेवा कब शुरू होगी इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट तारीख नहीं आई है लेकिन सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक इस रूट पर बुलेट ट्रेन दौड़े पर तकनीकी कारणों की वजह से इसके शुरू होने में देरी हो सकती है। इसके लिए 2030 तक इंतजार करना पड़ सकता है। इस बीच हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की तैयारी की जा रही है जिसकी रफ्तार 250 किमी/घंटा होगी। मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार 180 किमी/घंटा है।
बुलेट ट्रेन की गति 350 किमी/घंटा तक हो सकती है लेकिन इसे 250 किमी/घंटे की गति से ही चलाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत और आमदनी का आकलन किया गया है जिसमें यह माना गया है कि इस प्रोजेक्ट से यात्रियों के किराए से होने वाली आमदनी से ज्यादा इस रूट पर स्थित शहरों और कस्बों की आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन सेवा से इन क्षेत्रों में नए उद्योग, हब और लॉजिस्टिक केंद्र खुलेंगे जिससे सीमेंट और इस्पात जैसे उद्योगों में तेजी आएगी।
6 बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट्स में अभी भी अनिश्चितता
मुंबई-अहमदाबाद रूट के अलावा देश के अन्य छह बुलेट ट्रेन रूट्स पर काम धीमा पड़ा हुआ है। इन रूट्स पर डीपीआर (Detailed Project Report) और फिजिबिलिटी रिपोर्ट में काम नहीं हुआ है। ये रूट्स हैं:
➤ दिल्ली-अमृतसर
➤ हावड़ा-बनारस-पटना
➤ दिल्ली-आगरा-लखनऊ-बनारस
➤ दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद
➤ मुंबई-नासिक-नागपुर
➤ मुंबई-हैदराबाद
दिल्ली-अमृतसर और हावड़ा-बनारस-पटना रूट्स के डीपीआर का काम शुरू हो गया है लेकिन बाकी रूट्स पर अभी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो रही है। दिल्ली-बनारस रूट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट पहले खारिज हो चुकी है क्योंकि वहां कई मोड़ आने के कारण तकनीकी रूप से बुलेट ट्रेन के लिए यह रूट संभव नहीं था।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का बजट और जापान से कर्ज
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत लगभग 1 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इसमें से 88 हजार करोड़ रुपये जापान से 0.1% ब्याज दर पर कर्ज के रूप में मिलेंगे। यह कर्ज 50 साल की अवधि के लिए होगा जिसमें पहले 15 साल तक कोई भुगतान नहीं होगा। रेलवे और वित्त मंत्रालय इस परियोजना को लेकर सावधान हैं क्योंकि जापान और फ्रांस जैसे देशों को अपने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट्स पर भारी सब्सिडी देनी पड़ रही है।
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ताइवान में भी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को नुकसान झेलने के बाद सरकार को राहत पैकेज देना पड़ा। वहीं अर्जेंटीना ने अपने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया और हाई स्पीड ट्रेन सिस्टम की योजना बनाई है।
फिलहाल मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है लेकिन कई चुनौतियाँ हैं लेकिन 2026 तक इस रूट पर हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत होने की उम्मीद है बुलेट ट्रेन के लिए 2030 तक इंतजार करना पड़ सकता है।