Parvesh Verma Interview: दिल्ली के नागरिक चाहते हैं विकास: प्रवेश वर्मा

Edited By Deepender Thakur,Updated: 08 Jan, 2025 05:04 PM

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पूर्व सांसद एवं नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश साहिब सिंह वर्मा  (Parvesh Sahib Singh Verma)  ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की है। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...

Delhi Assembly Election 2025 :  पूर्व सांसद एवं नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश साहिब सिंह वर्मा  (Parvesh Sahib Singh Verma)  ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की है। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...

सवाल- चुनावी बिगुल बज गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव का माहौल भी अलग दिख रहा है। क्या स्थिति लग रही है?
जवाब- दिल्ली की जनता अब आम आदमी पार्टी का सच जान चुकी है। लोगों को लगने लगा है कि दिल्ली में अब झगड़े वाली सरकार नहीं होनी चाहिए। दिल्ली की जनता चाहती है दिल्ली का विकास हो, प्रदूषण कम हो, यमुना मां की सफाई हो और वह सारे काम हों जो दिल्ली में पिछले 20 साल से नहीं हो पाए हैं। दिल्ली की जनता अब भाजपा के साथ है। इस बार दिल्ली में भारी बहुमत से हमारी सरकार बनने जा रही है।
 

सवाल-  आम आदमी पार्टी ने वादा किया कि वह महिलाओं को 2100 रुपए महीना देगी। इसी दौरान आप द्वारा महिलाओं का सम्मान  रा​शि देने की बात सामने आई। आरोप भी लगे, सचाई क्या है?
जवाब- अरविंद केजरीवाल ने चुनाव के बाद 2100 रुपए देने की बात की है। मैं महिलाओं को 1100 रुपए की सम्मान राशि पहले से दे रहा हूं। मेरी संस्था है ‘राष्ट्रीय स्वाभिमान’ और यह संस्था मेरे पिता ने शुरू की थी। पहले करगिल के शहीदों को एक-एक लाख रुपए की सम्मान राशि देने का काम किया था। गुजरात में भूकंप आया था तो वहां मेरे पिता साहब सिंह वर्मा ने इसी संस्था के माध्यम से 2 हजार मकान बनाए। ओडिशा में साइक्लोन आया तो वहां पर अब्दुल कलाम ने जिन 4 गांव का उद्घाटन किया, उनको हमारी संस्था ने बनाया था। कोविड में भी हमने 5 करोड़ की लागत से काम किए। इस तरह से 25 साल से काम कर रहे हैं। जब मैं यहां की माताओं-बहनों से मिला तो उन्होंने कहा कि हमारी पेंशन नहीं है। हमारी कोई मासिक सहायता हो तो अच्छी बात है। मैंने अपनी संस्था से स्कीम पास करवाई और मदद करने का काम करना शुरू किया। यहां की माताएं बहनें बहुत खुश हैं और उन्हें मदद देकर मुझे खुशी मिलती है। अरविंद केजरीवाल को तो मुझसे सिखना चाहिए। उनको मेरे अच्छे कामों से सीखना चाहिए। मेरी तारीफ करनी चाहिए। हमारी संस्था की प्रशंसा करनी चाहिए। 
सवाल-  आप पश्चिमी दिल्ली से सांसद रहे। इस बार नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस परिवर्तन के पीछे क्या कारण है?
जवाब- मैं पार्टी का सिपाही हूं। जो पार्टी का आदेश होगा उसको पूरा करना मेरा काम है। पार्टी ने कहा कि आपको नई दिल्ली से लड़ाएंगे मैंने स्वीकार किया और मैं लड़ रहा हूं।

सवाल-  आपकी पुरानी जमीन अलग है और यहां की जमीन अलग?
जवाब- मैं 28 साल से नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में ही रहता हूं। इस कारण यहां के लोगों का मेरे घर पर आना-जाना लगा रहता है। मैं उनके काम करवाता रहता रहा हूं। पूरे क्षेत्र से और समस्याओं से वाकिफ हूं। पिछले 11 साल में अरविंद केजरीवाल ने कोई काम नहीं किया। इस कारण यहां के लोग अरविंद केजरीवाल को लेकर बहुत ज्यादा गुस्से में हैं। लोग कहते हैं कि इस बार केजरीवाल की जमानत भी जब्त कराऐंगे।

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    सवाल-  आप का दावा है कि फिर उनकी सरकार आएगी, केजरीवाल सीएम बनेंगे?
    जवाब- अरविंद केजरीवाल अभी जमानत पर बाहर हैं। केस चल रहा है। वे बहुत बड़े आरोप में जेल गए थे। जो अपने आपको कट्टर ईमानदार बोलते थे, भ्रष्टाचार के आरोप में तिहाड़ रहकर आते हैं, उनके कई मंत्री और सांसद भी जेल होकर आए। इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी।

    सवाल-  दिल्ली मेें अपराध को लेकर आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार को घेरती है। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था गृह मंत्रालय का जिम्मा है। दिल्ली पुलिस उनके पास नहीं है। इस पर क्या कहेंगे?
    जवाब- दिल्ली में इतनी भारी संख्या में अवैध बांग्लादेशी-रोहिंग्या मिल रहे हैं। इनको पुलिस पकड़ रही है। हम इन लोगों को नहीं बसाते हैं। इनका राशन कार्ड कैसे बना है। इनकों बिजली-पानी की सुविधाएं कौन दे रहा है। अरविंद केजरीवाल इस बात का जवाब दें। दिल्ली पुलिस को तो मैं बधाई देता हूं। मैं समझता हूं कि देश में सबसे अच्छी पुलिस दिल्ली पुलिस है, क्योंकि कोई क्राइम होता है तो 24 या 48 घंटे में उसे सुलझा लिया जाता है। 

    सवाल-  पीएम मोदी ने अभी गरीबों को फ्लैट्स की चाभी दी, उसके बाद तरह-तरह की राजनीति होने लगी। कहा जा रहा है कि चुनाव के समय ही क्यों दिया जा रहा है?
    जवाब- अशोक विहार से पहले कालकाजी और अन्य जगहों पर गरीबों को फ्लैट दिए गए थे। दिल्ली में गरीब को फ्लैट देने का काम किसी ने किया है तो वह है भाजपा सरकार के प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। जो लोग आरोप लगा रहे हैं वे ये बताएं कि उन्होंने 11 साल में कितने गरीबों को फ्लैट की चाभी दी। एक भी गरीब को चाभी नहीं दी और वे हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं अब आप देखिए जो फ्लैट दिए हैं ‘स्वाभिमान अपार्टमेंट’ वहां कहां पर दिए गए हैं। अशोक विहार में जो दिल्ली के सबसे महंगे इलाके में से एक है। वहां पर 50-50 करोड़ की कोठिया हैं। 50 करोड़ की कोठी के सामने किसी झुग्गी वाले को अपार्टमेंट दिया, इसके लिए केजरीवाल को प्रशंसा करनी चाहिए।

    सवाल-  पुजारियों व ग्रंथियों को मानदेय देने की घोषणा दिल्ली सरकार ने चुनाव से ठीक पहले कर दी है। उनका कहना है कि देश में पहली बार पुजारियों व ग्रंथियों को मानदेय की योजना लाई गई है?
    जवाब- देना तो शुरू किया नहीं, अभी तो घोषणा ही है। दिया तो केवल मस्जिद के मौलवियों को ही। हार दिखाई देने लगी है तो वह तो कुछ भी बोल सकते हैं। पुजारियों व ग्रंथियों के खाते में वह पैैसे डाल सकते थे। इतने समय से कौन रोक रहा था। मैने तो संसद में कई बार आवाज उठाई कि एक खास धर्म के और एक मस्जिद से दो लोगों को सैलरी दी जा रही है, जिस पर सौ करोड़ से ज्यादा पैसा दिल्ली के करदाताओं का चला गया। उन्होंने चार दिन पहले एक दो पुजारियों के फार्म भरवा दिए हैं। मेरी बहुत सारे पुजारियों से बात हुई तो उन्होंने कहा कि केजरीवाल कुछ देने वाले नहीं है। पुजारियों, ग्रंथियों का हम सम्मान करते हैं और उनको पता है कि उनके भले के लिए कोई कुछ कर सकता है, तो वह भारतीय जनता पार्टी ही है। केजरीवाल कभी टोपी पहन लेते हैं, कभी जनेऊ डाल लेते हैं, वे चुनावी हिंदूू हैं।
    चुनावी माहौल में विवादित बयान भी आने लगे हैं। एक बयान के कारण दिल्ली की सीएम आतिशी रो  पड़ीं। इस पर आप क्या कहेंगे?
    जवाब-  मैं ऐसे बयानों से सहमत नहीं हूं। ऐसे बयान राजनीति में या किसी चुनाव में नहीं दिए जाने चाहिए।

    सवाल-  वोट काटने के आरोप पर चुनाव आयोग की तरफ से साफ कर दिया गया है कि जो प्रक्रिया चल रही है बिल्कुल साफ-सुथरी है। चूंकि आरोप भाजपा पर लगे हैं तो इस इस पर क्या कहेंगे?
    जवाब-  अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट में कहा था कि नई दिल्ली विधानसभा में 5 साल पहले एक लाख 46 हजार मतदाता थे। आज एक लाख 5 हजार वोटर हैं। इसमें 20 हजार नए वोटर हैं। यानी 60 हजार वोट पिछले 5 सालों में कट गए हैं। लोगों ने मुझे बताया कि जो भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं, उन्होंने कहा कि हमारे वोट को काट दिए गए हैं। अब भाजपा के वोट कौन काटेगा। चुनाव आयोग ने घर-घर जाकर सर्वे किया और लोग नहीं मिले तो वोट काटे गए। मैंने भी वोटर लिस्ट की कॉपी दिखाई थी, जिसमें मकान संख्या के आगे लिखा है जीरो और उसमें 144 वोट हैं। कहीं 90 वोट हैं जिस मकान संख्या के आगे कोई नंबर नहीं वहां 80 वोट हैं। इसी तरह कई मामले सामने आए। अब ऐसे फर्जी वोट को चुनाव आयोग हटा देता है। इसमें किसी को आपत्ति हो सकती है क्या? 60 हजार वोट कटे तो अरविंद केजरीवाल नहीं बोले। जब 5 हजार वोट कटे तो अरविंद केजरीवाल आरोप लगा रहे हैं। दरअसल जमानत पर बाहर आए  व्यक्ति की जमानत जब्त होने वाली है। इस कारण वे ऐसे बयान दे रहे हैं।  मुझे तो पिछले दिनों लगा कि वे कोई ऐसी सुरक्षित सीट ढूंढ रहे हैं जहां से उनकी 100 प्रतिशत जितने की संभावना हो। यहां पर तो उन्होंने 11 साल कोई काम किया नहीं। यहां के लोग तो कह रहे हैं कि प्रवेश भैया आपको चुनाव नहीं लड़ना है। चुनाव तो हम ही लड़ेंगे आपका। जनता ही चुनाव के लिए निकल पड़ी है तो केजरीवाल को लग रहा है कि उनकी जमीन खिसकती जा रही है।

    पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा कौन बनेगा मुख्यमंत्री....
    सवाल-  नई दिल्ली विधानसभा सीट वीआईपी सीट है। यहां से चुनाव जीतने वाला दिल्ली का सीएम बनता है। आपके सामने केजरीवाल हैं जो सीएम फेस हैं। कांग्रेस से संदीप दीक्षित हैं ।
    जवाब-  जो पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं। आप भी दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। क्या यह नई दिल्ली सीट सीएम बनाने वाली सीट है।
    यह आखिरी चुनाव होगा जब नई दिल्ली वीआईपी सीट होगी। इसके बाद सभी का भाई, सभी का बेटा सबकी सेवा करने के लिए यहां पर आएगा। यह वीआईपी सीट रही है इसीलिए तो लोगों के काम नहीं होते हैं। यहां से मुख्यमंत्री बन जाते हैं इसलिए वे जीतने के बाद शीशमहल बना लेते हैं। यहां पर सभी को ऐसा व्यक्ति चाहिए जो उनके साथ रहे। 24 घंटे सुख-दुख में साथ दे। उनकी सारे लंबित कामों को खत्म कराए। यहां के हर मतदाता में यह विश्वास है कि प्रवेश भैया हमारे साथ हैं और वे हमारे सारे काम कर सकते हैं। जहां तक मुख्यमंत्री की तो हमारे पास एक नहीं बहुत सारे चेहरे हो सकते हैं। मगर हमारी पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री। हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। सारी प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।


    काम नहीं करने दिया जाता तो चुनाव क्यों लड़ रहे...
    सवाल-  आप केंद्र की राजनीति में रहे हैं, राज्य का भी अनुभव है आपको। केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का यह आरोप रहता है कि दिल्ली में उन्हें काम नहीं करने दिया जाता। केंद्र सरकार व एलजी हर काम में रोड़े अटकाते हैं। इस क्या कहेंगे आप?
    जवाब-  अगर वह यह कहते हैं कि उन्हें काम करने नहीं दिया जाता तो उनको चुनाव ही नहीं लड़ना चाहिए। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि दिल्ली प्रदेश में अलग पार्टी की सरकार हो और केंद्र में अलग पार्टी की सरकार हो। पहले मेरे पिता मुख्यमंत्री थे तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र में थी तो दिल्ली में शीला दीक्षित सीएम थीं। तब कोई मुख्यमंत्री इस तरह की शिकायतें नहीं करता था। क्योंकि अरविंद केजरीवाल काम ही नहीं करते, इसी लिए अपनी नामाकामियों का ठीकरा हमारे ऊपर फोड़ देते हैं। बड़ी बात ये हैं कि वे जो बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं कि मैं 2100 रुपए दूंगा, मैं ये दूंगा वो दूंगा। ऐसा वह कुछ भी नहीं करने वाले। बाद में कहेंगे कि प्रधानमंत्री व एलजी साहब ने नहीं करने दिया। इसलिए दिल्ली के लोगों को इस तरह के झगड़े वाली सरकार से बचना चाहिए। जिस पार्टी की सरकार लोकसभा चुनाव में बनाई थी तो उसी पार्टी की सरकार दिल्ली में भी बनाएंगे तो अच्छे काम होंगे।

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