Edited By Deepender Thakur,Updated: 12 Jan, 2025 01:15 PM
Delhi Assembly Election 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सीमापुरी से प्रत्याशी राजेश लिलोठिया ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि हाई कमान मौका देती तो नई दिल्ली से केजरीवाल को मात देकर आप के घमंड को चूर करता।
Delhi Assembly Election 2025 : दिल्ली की सीमापुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेश लिलोठिया (Rajesh Lilothia) से पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स के लिए संगीता सिंह और वाजिद अली ने खास बातचीत की। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...
सवाल - चुनावी सरगर्मियां तेज हैं, और 5 फरवरी को मतदान होना है। आपने पहले मंगोलपुरी से चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार सीमापुरी को चुना है। इस बदलाव का कारण क्या है?
जबाव- मैं चुनाव लड़ना चाहता था क्योंकि पार्टी नेतृत्व चाहता था कि वरिष्ठ नेता चुनावी मैदान में उतरें। शुरुआत में मैंने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन पार्टी ने वहां संदीप दीक्षित को मौका दिया। इसके बाद, पार्टी के अनुरोध पर मैंने सीमापुरी से चुनाव लड़ने का फैसला किया। मैं दिल्ली कांग्रेस का पूर्व अध्यक्ष और युवा कांग्रेस का 5 साल तक अध्यक्ष रहा हूं। दिल्ली के लोगों और उनकी समस्याओं से भलीभांति परिचित हूं। साथ ही, आज मुझे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के एससी विभाग का चेयरमैन बनाया गया है, जो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का मुझ पर विश्वास दर्शाता है। इसलिए, मुझे दिल्ली के किसी भी क्षेत्र से चुनाव लड़ने में कोई झिझक नहीं है।
सवाल - आपने केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। क्या आपको उनके बड़े कद से डर नहीं लगा था?
जबाव- बिल्कुल नहीं। मैं डॉ. भीमराव अंबेडकर का अनुयायी हूं और संविधान का रक्षक हूं। केजरीवाल ने झूठ और फरेब पर आधारित राजनीति की है। उन्होंने चुनावी वादों के नाम पर जनता को धोखा दिया। ऐसे व्यक्ति से डरने का सवाल ही नहीं उठता।
सवाल - आपने नीला पटका पहना हुआ है, जबकि कांग्रेस तिरंगे का प्रतिनिधित्व करती है?
नीला पटका डॉ. भीमराव अंबेडकर की विचारधारा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी हमेशा प्रगतिशील और समावेशी विचारों का समर्थन करती रही है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में पार्टी संविधान की रक्षा और हाशिए पर खड़े समुदायों की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम बहुजन समाज के साथ हैं और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सवाल - बीजेपी और आम आदमी पार्टी का आरोप है कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को कभी सम्मान नहीं दिया। इस पर आपका क्या कहना है?
जबाव- यह आरोप पूरी तरह से निराधार और हास्यास्पद है। कांग्रेस के नेताओं ने ही डॉ. अंबेडकर की योग्यता को पहचाना और उन्हें संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया। यह पार्टी का उनके प्रति विश्वास और उनके न्यायपूर्ण दृष्टिकोण का प्रमाण है। बीजेपी का तो इतिहास ही डॉ. अंबेडकर और उनके विचारों का विरोध करने का रहा है। जब संविधान बनाया जा रहा था, तब आरएसएस के लोग संविधान की प्रतियां जला रहे थे। यहां तक कि आज भी, बीजेपी के कई नेता आरक्षण खत्म करने और संविधान में बदलाव की बातें करते हैं। जहां तक आम आदमी पार्टी की बात है, वे डॉ. अंबेडकर की तस्वीरों का उपयोग केवल राजनीतिक लाभ के लिए करते हैं। उनके ही मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को अंबेडकरवादी विचारधारा का पालन करने के लिए इस्तीफा देना पड़ा। यह उनकी दोहरी राजनीति को उजागर करता है।
सवाल - सीमापुरी में मुकाबला कठिन है। कांग्रेस के पूर्व विधायक, जो अब आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, आपके खिलाफ मैदान में हैं। आप इसे कैसे देखते हैं?
जबाव- संविधान ने हर व्यक्ति को अपनी पसंद की पार्टी में जाने और चुनाव लड़ने का अधिकार दिया है। मैं इसका सम्मान करता हूं। मेरी प्राथमिकता सीमापुरी के लोगों की सेवा करना और उनके मुद्दों को सुलझाना है। चुनौती बड़ी है, लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं जनता का भरोसा जीतूंगा।
सवाल - सीमापुरी और दिल्ली के लिए आपका विजन क्या है?
जबाव- मेरा विजन संविधान के मूल्यों को बनाए रखना और सभी के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करना है। सीमापुरी को बेहतर बुनियादी ढांचा, रोजगार के अवसर और समग्र विकास की आवश्यकता है। मैं लोगों की समस्याओं को हल करने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हूं। दिल्ली के लिए मेरा उद्देश्य कांग्रेस को उसकी पुरानी प्रतिष्ठा पर वापस लाना है, समावेशी शासन सुनिश्चित करना और हाशिए पर खड़े समुदायों के मुद्दों को हल करना है।