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Ajay Maken Interview: बहुमत की को​शिश कर रहे हम, आप से नहीं करेंगे गठबंधन- अजय माकन

Edited By Deepender Thakur,Updated: 31 Jan, 2025 12:21 PM

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Delhi Assembly Election 2025 : पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन (Ajay Maken) से पंजाब केसरी / नवोदय टाइम्स के लिए अनिल सागर और मुकेश गुप्ता ने विशेष बातचीत की। पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...

Delhi Assembly Election 2025 :   पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन (Ajay Maken)  से पंजाब केसरी / नवोदय टाइम्स के लिए अनिल सागर और मुकेश गुप्ता ने विशेष बातचीत की।
पेश हैं विशेष साक्षात्कार के मुख्य अंश...


सवाल- दिल्ली विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस की क्या स्थिति है?

जवाब- दिल्ली में कांग्रेस एक मजबूत और निर्णायक भूमिका निभाएगी। हम इस बार चुनाव पूरी ताकत से लड़ रहे हैं और जनता काम को याद करते हुए पसंद कर रही है। हमने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में अच्छे और मेहनती, साख वाले जाने-पहचाने उम्मीदवारों को उतारा है, जो लोगों के बीच काम करते हुए, उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 
 

सवाल-  इस तरह की भी चर्चाएं चल रही हैं कि  इंडिया गठबंधन के नेता अरविंद केजरीवाल को लेकर दबाव बना रहे हैं? दिल्ली में गठबंधन क्यों टूटा?

जवाब- लोकसभा चुनाव के दौरान हमने आप को एक सीट दी थी। दिल्ली में भी गठबंधन करके चुनाव लड़ा गया। लेकिन,अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में सभी सीटों पर हमारे खिलाफ उतर गए। हालांकि वहां नोटा से कम वोट मिले उन्हें। गठबंधन तोड़ने का कारण आम आदमी पार्टी का आत्ममुग्ध और अहंकारी व्यवहार है। हम हमेशा मानते थे कि हम दिल्ली में बेहतर गठबंधन कर सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ने अपनी सोच और नीतियों में बदलाव नहीं किया। हमारे कार्यकर्ताओं की भावना भी यही थी कि हमें अपने दम पर चुनाव में उतरना चाहिए और हम देख रहे हैं कि कांग्रेस दिल्ली में मजबूत स्थिति में है।
 

सवाल-  कांग्रेस की आगामी योजनाओं में क्या प्रमुख बदलाव होंगे?

जवाब- कांग्रेस की आगामी योजनाओं में सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि हम पूरी तरह से जनता के मुद्दों पर फोकस करेंगे। हम दिल्ली के हर हिस्से में जनसंवाद करेंगे और लोगों से सीधे जुड़ेंगे। इसके अलावा हम शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार करने की दिशा में काम करेंगे। हम दिल्ली में एक और मिनी इंडिया’ की तरह काम करने की योजना बना रहे हैं, जहां हर वर्ग को समान अवसर मिले। यही हमारी प्राथमिकता है, और हम इसे हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
 

सवाल-  कांग्रेस के लिए इस बार की चुनावी चुनौती कितनी बड़ी है? क्या अखिलेश यादव की नजदीकियों से कांग्रेस को परेशानी होगी। 

जवाब- चुनौती तो हमेशा रहती है, लेकिन हमारी पार्टी हमेशा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहती है। इस बार की चुनौती बड़ी है क्योंकि बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही इस चुनाव में पूरी ताकत से लगे हुए हैं। लेकिन कांग्रेस का इतिहास और कार्यकर्ताओं की मेहनत ही हमें जीत दिलाने में मदद करेगी। हम इस बार की चुनौती को एक अवसर के रूप में देख रहे हैं, ताकि हम जनता को यह दिखा सकें कि कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है, जो देश और दिल्ली के लिए सही दिशा में काम कर सकती है। अखिलेश यादव से कांग्रेस को कोई परेशानी नहीं है। 
 

सवाल-  दिल्ली में बस सेवा को लेकर आपकी क्या राय है?

जवाब- दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। हमारे समय में दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की 6,000 से ज्यादा बसें थीं, लेकिन अब वह संख्या घटकर केवल 4,000 रह गई है। इनमें से भी 2,868 बसें खटारा (ओवरएज) हैं, यानी 10 साल से भी पुरानी हैं। इन बसों से प्रदूषण  होता है, कभी भी हादसे की शिकार हो सकती हैं। कांग्रेस सरकार में दिल्ली में औसतन 40 लाख यात्री सफर करते थे, अब यह संख्या केवल 26 लाख रह गई है। दिल्ली की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए, यदि सार्वजनिक परिवहन मजबूत नहीं किया तो हालात और भी बिगड़ेंगे। रोजाना 1800 निजी गाड़ियां बढ़ रही हैं इसलिए सार्वजनिक परिवहन बेहतर 
करना होगा। 
 

सवाल-  केजरीवाल कह रहे हैं सरकारी कर्मचारियों को मकान देंगे, क्या कहेंगे?

जवाब- मुख्यमंत्री केजरीवाल सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन तो सही से कर नहीं पा रहे हैं। दिल्ली को 15 अस्पतालों के लिए जमीन दी थी एक भी अस्पताल नहीं बना। इसके अलावा, 3 वृद्धाश्रमों के लिए दी गई जमीन पर भी काम शुरू नहीं हुआ।
 

सवाल-  आपने जो आरोप दिल्ली सरकार पर लगाए हैं, उसका क्या असर देखते हैं?

जवाब- हमारा आरोप केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है। देशभर में बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों ही भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त हैं। यह आरोप सिर्फ दिल्ली का नहीं है, बल्कि देशभर में जनता को इस सरकार के असल चेहरे का सामना करना पड़ेगा। यदि दिल्ली में यह भ्रष्टाचार होता है, तो अन्य राज्यों में भी हो सकता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देशभर में लोकतंत्र और नीति-नियमों का पालन हो, और ऐसी किसी भी सरकार को बर्दाश्त नहीं किया जाए जो जनता के हितों से समझौता करती हो।
 

सवाल-  विकास के काम करने का दावा तो किया जा रहा है, मेट्रो के चौथे चरण का भी काम चल रहा है? 

जवाब- मेट्रो निर्माण धीमा हो गया, यह सरकार की विफलता ही है। जब हम सत्ता में थे, तो हमने दिल्ली की विकास योजनाओं को पूरा किया। शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में बड़े स्तर पर विकास हुआ, जैसे कि फ्लाईओवरों का निर्माण, सीएनजी की व्यवस्था, और बिजली की प्राइवेटाइजेशन। यह सब कांग्रेस ने किया। 
 

आप का आरोप है कि कांग्रेस शासन में 6-7 घंटे बिजली कटौती होती थी? 

जवाब- यह बात निराधार है, बिजली सुधार लागू होने के बाद दिल्ली में जेनरेटर, इनवर्टर खत्म होने की शुरूआत कांग्रेस ने की थी और घाटा कम कर के जनता को इसका लाभ पहुंचाया था। 
 

सवाल- दिल्ली में कूड़े के पहाड़ और प्रदूषण एक बड़ी समस्या बने हुए हैं। इस पर आपकी पार्टी क्या कदम उठाएगी?

जवाब- कूड़े के पहाड़ और प्रदूषण की समस्या का समाधान प्राथमिकता पर होना चाहिए। हमारी राय है कि इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान सार्वजनिक परिवहन में सुधार लाने में है। जब तक लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल करेंगे, प्रदूषण बढ़ता रहेगा। इसके लिए हमें बसों की संख्या बढ़ानी होगी और उनके संचालन में सुधार करना होगा। साथ ही, निगम और दिल्ली सरकार के बीच बेहतर तालमेल बनाना होगा। अगर दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर काम करें, तो कूड़े के पहाड़ और प्रदूषण जैसी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है।
 

सवाल-  दिल्ली की कानून-व्यवस्था और अपराध पर आपकी क्या राय है? क्या कांग्रेस इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाएगी?

जवाब- दिल्ली में कानून व्यवस्था एक गंभीर समस्या बन चुकी है। हालांकि कानून व्यवस्था केंद्रीय सरकार के तहत आती है, लेकिन दिल्ली में अपराधों की बढ़ती संख्या को लेकर हमें चिंता है। केजरीवाल जी की सरकार के पास कानून व्यवस्था को सुधारने की क्षमता नहीं है, क्योंकि उनका खुद का राज्य पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। दिल्ली में अपराध की स्थिति का जिम्मेदार सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी को ठहराया जा सकता है, क्योंकि वे ही दिल्ली में केंद्र सरकार के रूप में मौजूद हैं। हमारी पार्टी कांग्रेस दिल्ली में कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएगी।
 

सवाल-  कांग्रेस का दिल्ली के विकास के लिए क्या विजन है?

जवाब- कांग्रेस का विजन दिल्ली के समग्र विकास का है। हमारी प्राथमिकता दिल्ली की जनता का भला करना है, और इसके लिए हमें कार्य करना होगा, न कि राजनीति। हम शीला दीक्षित के समय किए गए कार्यों को आगे बढ़ाएंगे, जैसे कि सार्वजनिक परिवहन में सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, और महिलाओं के लिए सुरक्षा और वित्तीय सहायता की योजनाएं। हम इस बार सत्ता में आने के बाद दिल्ली के विकास को नए दृष्टिकोण से देखेंगे और जनता को जो उम्मीदें हैं, उन्हें पूरा करेंगे।
 

सवाल-  क्या दिल्ली में फिर से कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोई संभावना है?

जवाब- कांग्रेस का उद्देश्य सिर्फ दिल्ली की जनता का भला करना है। हमारी पूरी कोशिश है कि हम दिल्ली में बहुमत प्राप्त करें। यदि हमें बहुमत नहीं मिलता तो अरविंद केजरीवाल को सत्ता में वापस नहीं आने देंगे और उनके साथ गठबंधन नहीं करेंगे, उनका शासन दिल्ली के लिए नुकसानदायक साबित हुआ है।
 

सवाल-  आप शीला दीक्षित के शासन को लेकर क्या कहना चाहेंगे? और कांग्रेस के घोषणापत्र में क्या प्रमुख मुद्दे हैं?

जवाब- शीला दीक्षित के शासनकाल में दिल्ली में अभूतपूर्व विकास हुआ था। उनके नेतृत्व में दिल्ली ने कई बड़े बदलाव देखे थे। कांग्रेस का घोषणापत्र दिल्ली की जनता की मूलभूत जरूरतों पर आधारित है। इसमें बेरोजगारी का समाधान, रसोई गैस की कीमतों में राहत, महिलाओं को वित्तीय सहायता, और अन्य योजनाएं शामिल हैं। कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की जनता को विकास की ओर आगे बढ़ाना है, और हम लड़ाई-झगड़े वाली सरकार नहीं, बल्कि विकास की सरकार बनाएंगे।
 

सवाल-  कांग्रेस को आगामी चुनावों में कितनी सीटों की उम्मीद है?

जवाब- हमें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस को इस बार दिल्ली में बहुमत मिलेगा। अगर किसी कारणवश बहुमत नहीं मिलता, तो हम गठबंधन के लिए तैयार हैं, लेकिन हम इस बार केजरीवाल के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे। हमारी कोशिश रहेगी कि हम दिल्ली की जनता को सही दिशा में नेतृत्व प्रदान करें।
 

सवाल-  कांग्रेस और केजरीवाल सरकार में कौन ज्यादा सक्षम है?

जवाब- केजरीवाल सरकार ने खुद को साबित नहीं किया है। उनका ध्यान केवल सत्ता में बने रहने पर है, न कि दिल्ली के विकास पर। जबकि कांग्रेस के पास एक मजबूत नेतृत्व है और शीला दीक्षित के समय किए गए विकास पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है। कांग्रेस के लिए दिल्ली का विकास सर्वोपरि है। हम इसके लिए काम करेंगे। 

सवाल-  कांग्रेस दिल्ली में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए क्या रणनीति अपनाएगी?
जवाब- दिल्ली की समस्याओं का समाधान केवल कांग्रेस के पास... 
हमारी रणनीति दिल्ली की जनता की वास्तविक समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने की है। हम इस चुनाव में बीजेपी के खिलाफ  एक मजबूत विकल्प पेश कर रहे हैं। बीजेपी के पास न कोई नीति है, न उद्देश्य। दिल्ली की समस्याओं का समाधान केवल कांग्रेस के पास है। हम दिल्ली में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और अव्यवस्थित बुनियादी ढांचे जैसे मुद्दों पर लड़ रहे हैं। हम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेंगे और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए काम करेंगे। बीजेपी के खिलाफ  हमारी यह लड़ाई केवल चुनावी नहीं, बल्कि दिल्ली के भविष्य को लेकर है।  

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