Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 09 Jan, 2025 03:57 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा परवेश वर्मा पर भ्रष्टाचार और चुनावी धांधली के आरोप के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज चुनाव आयोग से बीजेपी नेता परवेश वर्मा के घर पर रेड की मांग की। उनका आरोप है कि परवेश वर्मा दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान महिलाओं को पैसे देकर वोट खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में केजरीवाल ने चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई की अपील की है और साथ ही उन्होंने डीईओ (जिला चुनाव अधिकारी) को निलंबित करने की मांग की है।
आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं परवेश वर्मा
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री आतिशी और सांसद संजय सिंह के साथ आज चुनाव आयोग दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और उन्हें नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट काटने और फर्जी वोट जोड़ने के मामलों पर गंभीरता से कार्रवाई करने की बात कही। केजरीवाल का कहना है कि परवेश वर्मा खुलेआम महिलाओं को 1100 रुपये दे रहे हैं और उन्हें रोजगार का झांसा देकर वोट मांग रहे हैं, जो कि चुनावी आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन है।
केजरीवाल ने चुनाव आयोग को एक पत्र सौंपते हुए कहा कि परवेश वर्मा द्वारा इस तरह का भ्रष्टाचार लोकतंत्र की हत्या है और इसका तुरंत निवारण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई न केवल परवेश वर्मा के खिलाफ होनी चाहिए, बल्कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए जो चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं।
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फर्जी वोटिंग और एमसीसी का उल्लंघन
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग के समक्ष फर्जी वोटिंग और आचार संहिता के उल्लंघन की भी शिकायत की। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी प्रत्याशी परवेश वर्मा द्वारा बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के ‘जॉब फेयर’ आयोजित कर, नौकरी देने का झांसा देकर वोट हासिल करने की कोशिश की जा रही है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि यह पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से गैर कानूनी है और इसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ चुनावी धांधली करना है।
केजरीवाल ने साथ ही यह भी कहा कि दिल्ली चुनाव में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग को तुरंत ऐसे मामलों पर ध्यान देना चाहिए और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। उनका यह भी कहना था कि चुनाव आयोग को दिल्ली के DEO (जिला चुनाव अधिकारी) को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करना चाहिए, क्योंकि वह इस मामले में अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे हैं।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव की जंग में बढ़ी सियासी हलचल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी दल अपने-अपने तरीके से प्रचार कर रहे हैं और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। केजरीवाल के आरोपों से एक बार फिर दिल्ली चुनावी मैदान में गर्मा गए हैं। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इस स्थिति में चुनाव आयोग के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा कि वह इस पूरे मामले में निष्पक्ष और सख्त कदम उठाए।
क्या हो सकती है चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया?
चुनाव आयोग इस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इस वक्त आयोग पर दबाव है कि वह चुनावी प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी को नज़रअंदाज न करे और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाए। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने चुनाव आयोग से समय रहते कार्रवाई करने की मांग की है ताकि आगामी चुनावों में किसी भी तरह की धांधली से बचा जा सके।