Edited By Harman Kaur,Updated: 16 Apr, 2025 01:54 PM
दिल्ली सरकार ने कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी की दरों में वृद्धि की है। यह वृद्धि केंद्र सरकार द्वारा घोषित महंगाई भत्ते की दरों के कारण की गई है। सरकार का उद्देश्य बढ़ती महंगाई के बीच श्रमिकों को राहत प्रदान करना है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार ने कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी की दरों में वृद्धि की है। यह वृद्धि केंद्र सरकार द्वारा घोषित महंगाई भत्ते की दरों के कारण की गई है। सरकार का उद्देश्य बढ़ती महंगाई के बीच श्रमिकों को राहत प्रदान करना है।
दिल्ली के सचिव सह श्रम आयुक्त ने बताया कि यह कदम श्रमिकों के जीवन स्तर को सुधारने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए उठाया गया है। बढ़ती महंगाई के बीच इस वेतन वृद्धि से श्रमिकों की क्रय शक्ति (purchasing power) बढ़ेगी और उनके परिवारों को आर्थिक स्थिरता मिलेगी। इस कदम को सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया है। ये नई मजदूरी दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगी। अब अकुशल श्रमिकों का मासिक वेतन 18,456 रुपए होगा और जो श्रमिक ग्रेजुएट या उससे अधिक योग्य होंगे, उन्हें 24,356 रुपए प्रति माह मिलेगा।
नई मजदूरी दरों की जानकारी
अकुशल श्रमिक: 18,066 रुपए से बढ़कर 18,456 रुपए
सेमी-स्किल्ड श्रमिक: 19,929 रुपए से बढ़कर 20,371 रुपए
स्किल्ड श्रमिक: 21,917 रुपए से बढ़कर 22,411 रुपए
मैट्रिक पास नहीं: 19,929 रुपए से बढ़कर 20,371 रुपए
मैट्रिक पास लेकिन ग्रेजुएट नहीं: 21,917 रुपए से बढ़कर 22,411 रुपए
ग्रेजुएट और उससे ऊपर: 23,836 रुपए से बढ़कर 24,356 रुपए
किसे मिलेगा फायदा?
दिल्ली सरकार का यह निर्णय निर्माण स्थलों, फैक्ट्रियों, दुकानों, और अन्य निजी क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों को सीधा फायदा पहुंचाएगा। अब छोटे मजदूरों से लेकर ग्रेजुएट श्रमिकों तक, सभी की मासिक आय में वृद्धि होगी। यह निर्णय न सिर्फ महंगाई से राहत देगा, बल्कि श्रमिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह कदम श्रमिकों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए उठाया गया है।