Edited By Anil dev,Updated: 26 Nov, 2018 11:40 AM
एक कॉल ने दिल्ली को दहलने से बचा लिया। स्पेशल सेल की टीम ने कुछ दिन पहले ही इसी मॉडल के आतंकी अंसार उल हक को गिरफ्तार किया था। स्पेशल की टीम में उसके पास मिले मोबाइल की जांच में एक नंबर मिला था। उसी नंबर को सेल की टीम ने सॢवलांस पर लगाकर लगातार...
नई दिल्ली: एक कॉल ने दिल्ली को दहलने से बचा लिया। स्पेशल सेल की टीम ने कुछ दिन पहले ही इसी मॉडल के आतंकी अंसार उल हक को गिरफ्तार किया था। स्पेशल की टीम में उसके पास मिले मोबाइल की जांच में एक नंबर मिला था। उसी नंबर को सेल की टीम ने सॢवलांस पर लगाकर लगातार आतंकियों की बातचीत सून रही थी। इसी दौरान पता चला है कि आईएसआईआई के इस आतंकी संगठन के सदस्य कहां और किस नाम से छिपे हैं। इसके अलावा सितम्बर महीने में लाल किले इलाके से परवेज और जमशीद को गिरफ्तार किया था। यह दोनों भी आईएसआईएसजेके से जड़े थे। उन्होंने भी हैरिस मुश्ताक खान के बारे में पुलिस को बताया था।
गिरफ्तारी के दौरान बरामद हुआ आईएसआईएस का झंडा
आतंकियों से मिली सूचना और उस मोबाइल नंबर पर होने वाली बातचीत के आधार पर शनिवार को कोठी बाग इलाके में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से आईएसआईएस का झंडा भी बरामद हुआ है, जब इनसे पूछताछ हुई तो कई चौकाने वाले खुलासे हुए, जांच में पुलिस को पता चला है कि आतंकियों का ये ग्रुप आईएसआईएस से इंस्पायर है, ये आतंकी दिल्ली में किसी बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहते थे, इतना ही नही ये दहशत गर्द पहले भी कई बार दहशत फैला चुके है। बताया जा रहा है कि इस ग्रुप में कई आतंकी है, इस ग्रुप का हैंडलर पाकिस्तान में बैठा है और वही से बैठे बैठे इस ग्रुप को निर्देश देता है।
उक्त ग्रुप ने किया था ग्रनेड से सीआरपीएफ कैम्प पर हमला
उक्त ग्रुप ने 31 जुलाई 2018 अनंतनाग जिले में ग्रनेड से सीआरपीएफ कैम्प पर हमला किया था, नवम्बर 2017 में इसी ग्रुप ने कश्मीर पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की गोली मार कर हत्या की थी, इतना ही नहीं 9 सितम्बर 2018 को एक सिविलियन की सिर्फ इस लिए हत्या कर दी थी क्योंकि इनको लगता था कि वो पुलिस का मुखबीर है। बंकर बनाकर बनाया था ठिकाना: डीसीपी के मुताबिक आतंकियों ने श्रीनगर के कोठीबाग इलाके में अपना जमीन के अंदर बंकर में अपना ठिकाना बना रखा था। इस ठिकाने में इन्होंने अपने खाने-पीने के सामान लेकर हथियार व अन्य जरूरी सामान छिपा रखे थे। इनका सरगना आदिल ठोकर है। आदिल को सीमापार से आईएसआईएस का एक पाकिस्तानी कमांडर कंट्रोल करता है। उसके इशारे पर आदिल अपने गुर्गों से आतंकी वारदातों को अंजाम दिलवाता था। आईएसआईएस के इस मॉड्यूल में करीब 25 संदिग्ध शामिल हैं।
6 महीने से आतंकी हैरिश के पीछे लगी थी स्पेशल सेल
बताया जा रहा है कि स्पेशल सेल की टीम पिछले 6 महीने से हैरिश मुश्ताक खान के पीछे लगी हुई थी। मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए संदिग्ध आतंकियों की तस्वीर भी जारी किया था। पुलिस ने लोगों से अपील की थी कि अगर ये दोनों शहर में देखे जाए तो तुरंत थाने में फोन कर इसकी सूचना दें, हालांकि इस मामले में दिल्ली पुलिस को कोई आधिकारिक बयान फिलहाल नहीं आया है। पुलिस ने पिछले हफ्ते से ही दिल्ली में सर्च अभियान चलाया हुआ था, जिसके तहत कई गेस्ट हाउस और होटलों में पुलिस की छापेमारी चल रही थी। इससे पहले खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली समेत पंजाब में आतंकियों के छिपे होने का अलर्ट भी जारी किया था।
दिल्ली में पहले से है अलर्ट
आपको बता दें कि मंगलवार को ही दिल्ली पुलिस ने दो आंतकियों के दिल्ली में घुसने की खबर दी थी, साथ ही पुलिस ने इन आतंकियों की तस्वीर भी जारी की थी। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि क्या गिरफ्तार आतंकी वहीं हैं, जिनकी तलाश पुलिस को थी। अलर्ट के बाद पुलिस गेस्ट हाउस, होटेल्स समेत कई जगहों पर संदिग्धों की तलाश कर रही थी। मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने अडवाइजरी जारी करते हुए संदिग्ध आतंकियों की तस्वीर भी जारी की थी। पुलिस ने लोगों से अपील की थी कि अगर ये दोनों शहर में देखे जाते हैं तो तुरंत थाने में फोन कर इसकी सूचना दें। दोनों संदिग्धों की तस्वीरें शहर में जगह-जगह चिपकाई गईं। पुलिस ने जो तस्वीर जारी की उनमें दो संदिग्ध आतंकी एक माइलस्टोन के पास खड़े दिख रहे हैं जिसपर दिल्ली 360 किलोमीटर दूर लिखा हुआ है। फिरोजपुर 9 किलोमीटर दूर भी लिखा हुआ है।