Edited By Parminder Kaur,Updated: 03 Nov, 2024 10:38 AM
दिवाली के दिन पाबंदी के बावजूद भी दिल्ली में खूब पटाखे चले, जिसके कारण हवा में पूरी तरह से जहर घुल गया। दिवाली के बाद AQI में सुधार देखने को मिला है लेकिन 3 नवंबर की सुबह दिल्ली की हवा में फिर से प्रदूषण बढ़ गया। आज सुबह AQI 500 के पार पहुंच गया, जो...
नेशनल डेस्क. दिवाली के दिन पाबंदी के बावजूद भी दिल्ली में खूब पटाखे चले, जिसके कारण हवा में पूरी तरह से जहर घुल गया। दिवाली के बाद AQI में सुधार देखने को मिला है लेकिन 3 नवंबर की सुबह दिल्ली की हवा में फिर से प्रदूषण बढ़ गया। आज सुबह AQI 500 के पार पहुंच गया, जो कि 'खतरनाक' स्तर माना जाता है।
IQAir वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में धुंध की मोटी परत छाई हुई है। इस दौरान AQI 507 दर्ज किया गया, जो कि PM2.5 स्तर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित सीमा से 65 गुना अधिक खतरनाक बनाता है। AQI 200 से 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', 401 और 450 के बीच 'गंभीर' और 450 से ऊपर 'गंभीर से अधिक' माना जाता है। इस उच्च AQI स्तर के कारण दिल्ली में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और अन्य बीमारियाँ। इसलिए, लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे बाहर जाने से बचें और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ बरतें।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेप-2 के तहत कुछ पाबंदियां लागू की गई हैं...
डीजल जनरेटर पर रोक: कमर्शियल और इंडस्ट्रियल उपयोग पर पाबंदी।
पार्किंग शुल्क बढ़ाना: निजी वाहनों के उपयोग को कम करने के लिए नए निर्देश।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाना: CNG, इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो के फेरे बढ़ाने के आदेश।
इमरजेंसी सेवाओं को छूट: डीजल जनरेटर का उपयोग केवल आपात स्थिति में किया जा सकेगा।
निर्माण कार्य पर रोक: जनवरी तक धूल उत्पन्न करने वाले सभी निर्माण कार्यों पर पाबंदी।
आग जलाने पर पाबंदी: खुले में लकड़ी या कूड़ा जलाने पर रोक।
पिछले 12 घंटे में हुई बढ़ोतरी
दिल्ली में पिछले 12 घंटे में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में भारी बढ़ोतरी हुई है। शनिवार रात 9 बजे AQI 327 था, जो रविवार सुबह 507 तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार सुबह सात बजे दिल्ली के आनंद विहार में 427, अलीपुर में 373, जहांगीरपुरी में 394, चांदनी चौक में 289, द्वारका में 385, नजफगढ़ में 373 और नरेला में 359 AQI दर्ज किया गया है। दिल्ली के अलावा एनसीआर में भी AQI में गिरावट देखने को मिली। नोएडा में AQI 287, गाजियाबाद के लोनी में AQI 355 और गुरुग्राम के विकास सदन में AQI 259 दर्ज किया गया।
दिल्ली होटल महासंघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है, जिससे दिल्ली का पर्यटन उद्योग प्रभावित हो रहा है। दीपावली के बाद दिल्ली को सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल होना पर्यटन पर बुरा असर डाल रहा है। नवंबर से जनवरी का मौसम पर्यटन के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन इस दौरान प्रदूषण का मामला वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। पिछले चार-पांच वर्षों से यह स्थिति हर साल बिगड़ती जा रही है और अब यह एक स्थायी समस्या बन गई है।