Edited By Parminder Kaur,Updated: 26 Oct, 2024 10:36 AM
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने बच्चों को परेशान करना शुरू कर दिया है। कई छात्र खांसी, सिरदर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत कर रहे हैं, जिसके कारण कुछ बच्चों ने स्कूल से छुट्टी भी ले ली है। स्कूलों का कहना है कि विशेष रूप से सांस की समस्याओं से...
नेशनल डेस्क. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने बच्चों को परेशान करना शुरू कर दिया है। कई छात्र खांसी, सिरदर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत कर रहे हैं, जिसके कारण कुछ बच्चों ने स्कूल से छुट्टी भी ले ली है। स्कूलों का कहना है कि विशेष रूप से सांस की समस्याओं से ग्रस्त या कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चे इस स्थिति से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। माता-पिता का कहना है कि सुबह घर से बाहर निकलते ही प्रदूषण का असर साफ नजर आता है, जिससे बच्चे खासकर खांसी से परेशान हो रहे हैं।
इस बीच कई प्राइवेट स्कूलों ने सावधानी बरतते हुए सुबह की आउटडोर एसेंबली और खेल गतिविधियों को रोक दिया है, जबकि सरकारी स्कूलों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पिछले साल भी प्रदूषण के कारण पहले प्राइमरी कक्षाएं और फिर सभी कक्षाएं बंद करनी पड़ी थीं।
सभी छात्रों को मास्क पहनने की सलाह
मॉडर्न पब्लिक स्कूल, शालीमार बाग की प्रिंसिपल अलका कपूर ने बताया कि उन्होंने स्कूल के बाहरी हिस्से और गलियारों में एयर प्यूरीफायर लगाए हैं और सभी छात्रों को मास्क पहनने की सलाह दी है। उनकी कोशिश है कि बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें।
मयूर विहार फेस-3 में विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने भी बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए सभी छात्रों को मास्क बांटे हैं। स्कूल के प्रिंसिपल सतवीर शर्मा ने बताया कि बिगड़ते एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के कारण मास्क वितरित किए गए हैं और छात्रों से मास्क लगाने को कहा गया है।
प्रदूषण से परेशानी बढ़ी
द्वारका के आईटीएल स्कूल की प्रिंसिपल सुधा आचार्य ने बताया कि उन्होंने पिछले डेढ़ हफ्ते से आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी है। सांस की समस्याओं से ग्रस्त बच्चों को इस प्रदूषित हवा से परेशानी हो रही है, जिसे माता-पिता भी बता रहे हैं। उन्होंने बच्चों को एन 95 मास्क पहनने का सुझाव दिया है और माता-पिता को प्रदूषण के बारे में सलाह भी भेजी है। हालांकि, शिक्षा निदेशालय ने प्रदूषण के संबंध में कोई नई गाइडलाइंस नहीं दी हैं, लेकिन विंटर एक्शन प्लान के तहत स्कूलों को सतर्क रहने के लिए कहा गया था।