Edited By Mahima,Updated: 10 Feb, 2025 12:04 PM
![delhi s lieutenant governor vk saxena warned atishi](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_04_370697137aatishi-ll.jpg)
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी पर यमुना प्रदूषण और वायु प्रदूषण को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि आतिशी को "यमुना मैया का शाप" लगा है। वहीं, आतिशी ने दिल्ली चुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी पर तंज कसा और कहा कि उन्हें "यमुना मैया का शाप लगा है"। यह टिप्पणी उन्होंने आतिशी से मिलते हुए की, जब वे दिल्ली में यमुना के बढ़ते प्रदूषण पर चर्चा कर रहे थे। सक्सेना ने कहा कि दिल्ली सरकार को यमुना की सफाई और प्रदूषण कम करने के लिए और सक्रिय कदम उठाने चाहिए थे। यह बैठक दिल्ली के प्रदूषण के मुद्दों पर भी आधारित थी, जिसमें वायु प्रदूषण की स्थिति को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की बात की गई। एलजी ने बताया कि एलजी सचिवालय ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए कई रचनात्मक कदम उठाने के लिए पत्र लिखे थे, लेकिन सरकार से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली।
आतिशी ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद, आतिशी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले 142 दिनों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही आतिशी ने रविवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। यह कदम दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उठाया गया, जिसमें आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। आतिशी को मुख्यमंत्री के तौर पर सितंबर 2024 में अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद नियुक्त किया गया था। हालांकि, चुनाव में हार के बाद, उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया। बावजूद इसके, नई सरकार के गठन तक आतिशी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पद पर बनी रहेंगी।
मुख्यमंत्री का पद संभालना उनके लिए भावनात्मक तौर पर कठिन
जब आतिशी ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी, तब उन्होंने खुद को एक अस्थाई सीएम के तौर पर पेश किया था। 21 सितंबर 2024 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आतिशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, “आज मैंने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ जरूर ली है, लेकिन यह हमारे लिए भावुक क्षण है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल हमारे साथ नहीं हैं।” इस दौरान आतिशी ने यह भी साफ किया था कि अरविंद केजरीवाल के बिना मुख्यमंत्री का पद संभालना उनके लिए भावनात्मक तौर पर कठिन था। आतिशी ने यह बयान दिया था कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है, तो मुख्यमंत्री पद पर अरविंद केजरीवाल ही होंगे। उन्होंने खुद को अस्थायी सीएम के रूप में प्रस्तुत किया था और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी एक कुर्सी अरविंद केजरीवाल के लिए खाली रखी थी। इस पूरी स्थिति को लेकर आतिशी ने संदेश दिया कि वे अस्थायी मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यरत हैं और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
आतिशी उन गिने-चुने बड़े नेताओं में शामिल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आतिशी उन गिने-चुने बड़े नेताओं में शामिल थीं, जो बीजेपी की आंधी में अपनी सीट बचाने में सफल रहे। आम आदमी पार्टी के अधिकांश बड़े नेता हार गए, लेकिन आतिशी ने अपनी सीट पर जीत हासिल की। यह एक बड़ी सफलता मानी जाती है, क्योंकि दिल्ली में बीजेपी ने भारी जीत दर्ज की थी।