Edited By Mahima,Updated: 14 Feb, 2025 09:32 AM
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दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवर्तित करने के प्रस्ताव पर चर्चा जारी है, जिससे 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड मिल सकते हैं। इस परिवर्तन से मोहल्ला क्लिनिकों को आयुष्मान भारत योजना के तहत अधिक प्रभावी और पारदर्शी...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिकों को अब आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बदलने की योजना बन रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लिनिकों की वर्तमान स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इन क्लिनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवर्तित किया जा सकता है। अगर यह परिवर्तन होता है, तो इसके तहत 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड भी जारी किए जा सकते हैं। इस कदम का उद्देश्य दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाना है।
आयुष्मान भारत योजना (AB-PMJAY) सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य भारत के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। इस योजना के तहत, गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर सालाना दिया जाता है, जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती होने पर इलाज का खर्च वहन नहीं करना पड़ता। इस योजना में पहले से 12.37 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लाभार्थियों को शामिल किया गया है। अब इस योजना का विस्तार करके 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को भी शामिल किया गया है।
हालांकि, दिल्ली सरकार ने अभी तक इस योजना को लागू नहीं किया है। इसे लेकर राजनीति भी हो रही है। दिल्ली सरकार का कहना है कि केंद्र की योजनाओं को लागू करना उनके लिए मुश्किल है, जबकि केंद्र सरकार का कहना है कि दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति को सुधारने के लिए आयुष्मान भारत योजना का पालन करना आवश्यक है। मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, अगर मोहल्ला क्लिनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बदला जाता है, तो इन क्लिनिकों को एबी-पीएमजेएवाई के तहत जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। इनमें सामान्य बीमारियों की स्क्रीनिंग, जैसे कि सर्वाइकल, ब्रेस्ट और ओरल कैंसर की जांच भी अनिवार्य रूप से की जाएगी।
दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लिनिकों में कई बार भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं, जिसमें निजी प्रयोगशालाओं को लाभ पहुंचाने के लिए फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट करने का आरोप लगाया गया था। इस संदर्भ में दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने जनवरी में इन आरोपों की जांच के लिए सीबीआई को आदेश दिए थे। इस स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय काफी चिंतित है और दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लिनिकों की स्थिति की रिपोर्ट मांगी है।
मंत्रालय आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना (AB-PMJAY) के कार्यान्वयन पर भी विचार करेगा। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में इस योजना के तहत 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जारी किए जाने की संभावना है, जो उन्हें सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं में इलाज की सुविधा देंगे। दिल्ली सरकार ने इस योजना को लागू नहीं किया है, जबकि अन्य राज्यों में यह योजना काफी प्रभावी ढंग से काम कर रही है। दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारें अब तक AB-PMJAY योजना को लागू नहीं कर पाई हैं, जबकि कई अन्य राज्यों ने इसे सफलतापूर्वक लागू किया है। इस बारे में अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के बीच बातचीत हो रही है, ताकि जल्द ही इस योजना का क्रियान्वयन किया जा सके।