Edited By Rahul Rana,Updated: 24 Dec, 2024 12:38 PM
दिल्ली से देहरादून जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से प्रतीक्षित दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जनवरी 2025 से शुरू हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे की खासियत यह है कि यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जो वन्यजीवों के अनुकूल बनाया गया है।...
नेशनल डेस्क। दिल्ली से देहरादून जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से प्रतीक्षित दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जनवरी 2025 से शुरू हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे की खासियत यह है कि यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जो वन्यजीवों के अनुकूल बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट से दिल्ली और देहरादून के बीच का सफर महज 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा जबकि अभी इस सफर में करीब 6 घंटे लगते हैं।
कैसा है दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे?
- शुरुआत बिंदु: एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा।
- रूट: यह गाजियाबाद, बागपत, शामली, सहारनपुर और हरिद्वार होते हुए देहरादून में NH-72 से जुड़ेगा।
- लंबाई: दिल्ली में इसका 19 किलोमीटर का एलिवेटेड हिस्सा अक्षरधाम से शुरू होकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) से जोड़ेगा।
- प्रवेश बिंदु: यूपी से यात्रा करने वालों के लिए मंडोला, विजय विहार और 5 पुश्ता रोड के पास एंट्री प्वाइंट रखे गए हैं।
एक्सप्रेसवे की मुख्य विशेषताएं
- टोल-मुक्त एग्जिट: दिल्ली की सीमा के अंदर यदि आप एग्जिट करते हैं तो कोई टोल नहीं देना होगा।
- नाम: इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी (NH-709B) के नाम से जाना जाएगा।
- रुकावट-रहित सफर: व्यस्ततम शहरी क्षेत्रों को बायपास कर यात्रा को सुगम और तेज बनाएगा।
- स्मार्ट सुविधाएं: एक्सप्रेसवे पर फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन, पार्किंग एरिया और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- पर्यावरण अनुकूल: सड़कों के किनारे हरे-भरे क्षेत्र बनाए जाएंगे जो पर्यावरण संतुलन में मदद करेंगे।
परियोजना की प्रगति और समयसीमा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। अब तक 90% काम पूरा हो चुका है और शेष 10% कार्य जनवरी 2025 तक समाप्त होने की उम्मीद है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के फायदे
1. यात्रा समय में कमी:
सफर का समय 6 घंटे से घटकर 2.5 घंटे हो जाएगा।
2. को बढ़ावा:
उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
3. ईंधन की बचत:
बिना रुकावट के सफर से ईंधन की खपत कम होगी।
4. सुरक्षित सफर:
नियंत्रित-पहुंच डिजाइन और स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट से दुर्घटनाएं कम होंगी।
5. पर्यावरण के लिए बेहतर:
हरे-भरे क्षेत्र और वन्यजीव-अनुकूल डिजाइन पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे।
क्या है खास तकनीकी सुविधाएं?
: एक्सप्रेसवे में आधुनिक स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम होगा जिससे वाहनों की निगरानी और प्रबंधन आसानी से किया जा सकेगा।
: यह एक्सप्रेसवे वन्यजीवों के लिए विशेष रूप से सुरक्षित बनाया गया है।
नए रूट पर नहीं मिलेंगे ये शहर
बता दें कि यह एक्सप्रेसवे मेरठ और मुजफ्फरनगर जैसे शहरों को बायपास करेगा। इस कारण इन शहरों से गुजरने की झंझट खत्म हो जाएगी और सफर सीधा और तेज हो जाएगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे न केवल सफर को आसान और तेज बनाएगा, बल्कि यह उत्तराखंड और उत्तर भारत के अन्य इलाकों की कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगा। यह परियोजना पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी।