Edited By rajesh kumar,Updated: 04 Sep, 2024 04:11 PM
आज के समय में सिंगल पैरेंट्स (एकल माता-पिता) के लिए नौकरी और बच्चों की देखभाल के बीच संतुलन बनाना बहुत कठिन हो जाता है, खासकर जब आसपास किफायती डेकेयर या क्रेच जैसी सुविधाएं उपलब्ध न हों।
नेशनल डेस्क: आज के समय में सिंगल पैरेंट्स (एकल माता-पिता) के लिए नौकरी और बच्चों की देखभाल के बीच संतुलन बनाना बहुत कठिन हो जाता है, खासकर जब आसपास किफायती डेकेयर या क्रेच जैसी सुविधाएं उपलब्ध न हों। ऐसे में उनके पास बच्चों को अपने साथ काम पर ले जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचता। ऐसा ही एक मार्मिक वाकया दिल्ली के खान मार्केट में स्थित एक कैफे में देखने को मिला, जब जोमैटो का डिलीवरी बॉय अपनी दो साल की बेटी को गोद में लेकर ऑर्डर लेने पहुंचा।
दिल्ली के खान मार्केट स्थित स्टारबक्स कैफे में डिलीवरी के लिए पहुंचे जोमैटो डिलीवरी बॉय सोनू की तस्वीर ने सबका दिल जीत लिया। सोनू एक सिंगल पैरेंट हैं और अपनी दो साल की बेटी की देखभाल के लिए उसे अपने साथ काम पर लेकर जाते हैं। जब स्टारबक्स के स्टोर मैनेजर देवेन्द्र मेहरा ने देखा कि सोनू अपने कंधे पर डिलीवरी बैग और गोद में बच्ची को लिए ऑर्डर लेने आए हैं, तो उनका दिल भर आया। देवेन्द्र ने इस दिल को छू लेने वाले लम्हे को कैमरे में कैद कर लिया और अपनी भावनाओं के साथ इसे लिंक्डइन पर साझा किया।
देवेन्द्र मेहरा ने लिंक्डइन पर लिखा, "आज इस डिलीवरी बॉय ने मेरा दिल छू लिया। वह न केवल एक पिता है, बल्कि एक मां की भूमिका भी निभा रहा है। घर की तमाम परेशानियों के बावजूद वह अपनी बेटी की देखभाल करते हुए कड़ी मेहनत कर रहा है। सोनू की यह लगन किसी के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने सोनू की बेटी को 'बेबीसिनो' की मिठाई दी, ताकि उसके चेहरे पर मुस्कान आ सके।
देवेन्द्र की इस पोस्ट ने न केवल सोनू की मेहनत और समर्पण को सराहा, बल्कि इस बात को भी उजागर किया कि हमारे समाज और नियोक्ताओं को एकल माता-पिता की जरूरतों के प्रति ज्यादा संवेदनशील और सहयोगी होना चाहिए। सोनू की कहानी देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने इसे दिल छू लेने वाली बताया। सोनू के संघर्ष और अपने काम के प्रति समर्पण की हर कोई जमकर तारीफ कर रहा है और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहा है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि जीवन में चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, हमें अपने कर्तव्यों से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। सोनू का यह जज्बा हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।