Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Mar, 2025 03:47 PM

लोकसभा में सदस्यों ने किसानों को मुआवजा देने का मुद्दा उठाते हुए आज कहा कि सरकार को किसानों के हित में प्राथमिकता के साथ कदम उठाते हुए उन्हें उन्हें तत्काल मुआवजा देने की व्यवस्था करनी चाहिए। भाजपा के राजीव भारद्वाज ने शून्यकाल में कहा कि हिमाचल में...
नेशनल डेस्क: लोकसभा में सदस्यों ने किसानों को मुआवजा देने का मुद्दा उठाते हुए आज कहा कि सरकार को किसानों के हित में प्राथमिकता के साथ कदम उठाते हुए उन्हें उन्हें तत्काल मुआवजा देने की व्यवस्था करनी चाहिए। भाजपा के राजीव भारद्वाज ने शून्यकाल में कहा कि हिमाचल में 123 साल में पहली बार सबसे कम वर्षा हुई है और लाखों हेक्टर भूमि पर इसके कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं जिसके कारण किसानों की स्थिति बहुत खराब है। नगदी फसले भी इससे तबाह हो गई हैं। बाग भी बर्बाद हो गये हैं। हिमाचल प्रदेश चंबा में कुल्लू में जहां किसानों की खेती है वह बर्बाद हो गई है इसलिए केंद्र सरकार वहां किसानों की फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय दल भेजे। किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए उसके समाधान के लिए केंद्रीय दल की अनुशंसा के अनुसार किसानों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।

समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने कहा कि अयोध्या भगवान राम की धरती है लेकिन वहां किसानों को उजाड़ा जा रहा है। रामपथ बनाने के लिए अयोध्या के किसानों की करोड़ों की जमीन कौड़ी के भाव खरीदी गई है लेकिन किसानों को उसका मुआवजा तक नहीं मिला है। किसानों की जमीन सस्ते दाम पर ली गई है और करोड़ों की जमीन लेकर किसानों को बर्बाद किया गया है। किसानों को फसल बोने से रोका जा रहा है। करीब दो हजार किसानों ने अपनी जमीन पर खेती करने की अनुमति मांगी है और अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए। सपा की इकरा चौधरी ने सहारनपुर में किसानों की जमीन का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार ने विकास के लिए उनकी जमीन निर्माण कार्य के लिए ले ली है लेकिन उनको मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। किसानों का चीनी मिलों पर तीन करोड रुपए से ज्यादा का बकाया है लेकिन किसानों की बात नहीं सुनी जा रही है। उनके क्षेत्र में ही किसान ने आत्म हत्या की है क्योंकि उनकी मांग नहीं सुनी गई है।