Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Sep, 2024 07:45 PM
अखिल भारतीय मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (एआईएमआरए) ने भाजपा नेता और लोकसभा सांसद प्रवीण खंडेलवाल का समर्थन करते हुए, अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों की त्योहारी बिक्री को रोकने की मांग की है।
नेशनल डेस्क: अखिल भारतीय मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (AIMRA) ने भाजपा नेता और लोकसभा सांसद प्रवीण खंडेलवाल का समर्थन करते हुए अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों की त्योहारी बिक्री को रोकने की मांग की है। खंडेलवाल, जो अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) के महासचिव भी हैं, ने कहा है कि इन प्लेटफ़ॉर्म की अनैतिक व्यापार प्रथाओं से छोटे और मध्यम खुदरा विक्रेताओं की आजीविका खतरे में पड़ गई है।
हाल ही में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ मोबाइल निर्माताओं और विक्रेताओं को अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्मों पर तरजीही लाभ दिए जा रहे हैं, जो बाजार में असमानता पैदा कर रहे हैं।
आत्मनिर्भर भारत को पहुंच रहा नुकसान
खंडेलवाल ने सरकार से तुरंत कदम उठाने की अपील करते हुए कहा कि इन प्लेटफार्मों द्वारा दी जा रही भारी छूट ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच को कमजोर कर सकती है। उनके मुताबिक, यह स्थिति छोटे व्यापारियों के लिए गंभीर चुनौती बन गई है, और उन्हें इस तरह की छूट के साथ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो रहा है।
पीयूष गोयल ने भी जताई थी चिंता
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी पहले अमेज़न की भारी छूट पर चिंता जताई थी, हालांकि बाद में उन्होंने ई-कॉमर्स की सुविधा को स्वीकार करते हुए इस बात पर जोर दिया कि ई-कॉमर्स के साथ-साथ पारंपरिक दुकानों के हितों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
सख्त नीतियों की मांग
खंडेलवाल और AIMRA ने निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के लिए सख्त नीतियों की मांग की है, जिसमें छोटे खुदरा विक्रेताओं की सुरक्षा और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक नियामक निकाय की स्थापना शामिल है।