Edited By Pardeep,Updated: 28 Sep, 2024 11:43 PM
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में विंध्यवासनी बीजासन देवी मंदिर का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट ने परिसर में एक स्वयं सहायता समूह द्वारा बेचे जा रहे 'लड्डू' पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है।
नेशनल डेस्कः मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में विंध्यवासनी बीजासन देवी मंदिर का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट ने परिसर में एक स्वयं सहायता समूह द्वारा बेचे जा रहे 'लड्डू' पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने शनिवार को मीडिया को बताया कि भक्तों ने शिकायत की है कि लड्डू की गंध और स्वाद अलग है, इसलिए प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। यह मंदिर राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 70 किलोमीटर दूर सलकनपुर में 800 फुट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यह कदम दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू में पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर चल रहे विवाद के बीच उठाया गया है।
उपाध्याय ने कहा, "हम मंदिर परिसर में इन लड्डुओं की बिक्री पर प्रतिबंध चाहते हैं।" ज्ञापन में प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी तरह की मिलावट से ट्रस्ट और मंदिर की छवि खराब होगी।
जब सीहोर के जिलाधिकारी प्रवीण सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, "जब मैं दो-तीन दिन पहले मंदिर गया था, तब मुझे ज्ञापन मिला। ट्रस्ट और स्वयं सहायता समूह के बीच एक बैठक हुई है। इसमें स्वयं सहायता समूह की कई महिलाओं को रोजगार देने की बात शामिल थी। यह मुद्दा लगभग सुलझ चुका है।" विंध्यवासनी बीजासन देवी मंदिर में हजारों लोग आते हैं, जो यहां पहुंचने के लिए एक हजार से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां भव्य मेला लगता है।