Edited By Parminder Kaur,Updated: 17 Feb, 2025 03:06 PM
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डिप्रेशन की दवाएं छोड़ने पर कुछ लोगों को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। 'SSRI छोड़ने का सिंड्रोम' सिरदर्द, थकान, चक्कर आना जैसे लक्षणों का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि हेरोइन छोड़ने के मुकाबले डिप्रेशन की दवाओं से छुटकारा पाना कठिन हो सकता...
नेशनल डेस्क: अगर आप डिप्रेशन की दवा लेकर उसका सेवन कर रहे हैं, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। अमेरिकी हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज मंत्री रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि कुछ लोगों के लिए डिप्रेशन की दवाएं छोड़ना हेरोइन छोड़ने से भी कठिन हो सकता है। उनका इशारा सिलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRI) दवाओं की ओर था, जो आजकल बहुत से लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह दवाएं जिनका इस्तेमाल मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, डिप्रेशन जैसी समस्याओं में मददगार साबित होती हैं। हालांकि, अगर इन दवाओं का सेवन अचानक से बंद कर दिया जाए, तो इसे छोड़ने से 'SSRI छोड़ने का सिंड्रोम' नामक गंभीर समस्या हो सकती है। इस सिंड्रोम में सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, जी मिचलाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
डिप्रेशन की दवाएं क्यों खतरनाक हो सकती हैं?
विशेषज्ञों के मुताबिक, SSRI दवाएं जैसे पैरोक्सेटाइन और फ्लूवोक्सामिन को अचानक छोड़ने पर 7% लोगों में 'SSRI छोड़ने का सिंड्रोम' हो सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक खाई जाने वाली दवाएं जैसे सेर्ट्रालीन और फ्लुओक्सेटीन 2% लोगों को प्रभावित करती हैं। लेकिन जब ये दवाएं अचानक बंद की जाती हैं तो 40% लोगों को इस सिंड्रोम का सामना करना पड़ सकता है।
'SSRI छोड़ने का सिंड्रोम' क्यों होता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि 'SSRI छोड़ने का सिंड्रोम' तब होता है जब शरीर में सेरोटोनिन की कमी हो जाती है। सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसकी कमी से मानसिक और शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें कुछ गंभीर भी हो सकती हैं।
डिप्रेशन की दवा और हेरोइन के बीच क्या है कनेक्शन
हेरोइन और डिप्रेशन की दवाओं को छोड़ने में कुछ समानताएं हैं। हेरोइन, जो शरीर में म्यू ओपिओइड रिसेप्टर्स को एक्टिव कर दर्द कम करने का काम करती है, जब छोड़ने की कोशिश की जाती है तो यह भी गंभीर शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकती है। इन समस्याओं में तनाव, दस्त, पेट में ऐंठन और बुखार जैसी समस्याएं शामिल होती हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि डिप्रेशन की दवाओं से छुटकारा पाना हेरोइन से थोड़ा आसान हो सकता है, लेकिन फिर भी इसमें मुश्किलें हो सकती हैं। कुछ लक्षण सामान्य हो सकते हैं और समय के साथ ठीक हो सकते हैं, जबकि हेरोइन छोड़ना एक लंबा और कठिन रास्ता हो सकता है। इसलिए, अगर आप डिप्रेशन की दवा ले रहे हैं और उसे छोड़ने का विचार कर रहे हैं, तो इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न करें। डॉक्टर के मार्गदर्शन में ही दवाओं को बंद करना या बदलना चाहिए।