Edited By Rahul Rana,Updated: 15 Nov, 2024 08:31 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के जमुई का दौरा करेंगे। यह यात्रा जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर हो रही है, जो भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर का प्रतीक है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी जमुई में 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की...
नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के जमुई का दौरा करेंगे। यह यात्रा जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर हो रही है, जो भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर का प्रतीक है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी जमुई में 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, जल आपूर्ति और अन्य बुनियादी सुविधाओं से संबंधित महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं, जो बिहार के जनजातीय क्षेत्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देंगी।
देव दीपावली और नमो घाट उद्घाटन
इस दिन को देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाएगा। देव दीपावली के अवसर पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि होंगे। वे वाराणसी में स्थित 'नमो घाट' का उद्घाटन करेंगे। यह घाट गंगा नदी के किनारे बनाया गया है, और यह पर्यटन और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए एक प्रमुख परियोजना है। उप राष्ट्रपति धनखड़ के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे।
बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी आज असम में स्थित साई इंदिरा गांधी खेल परिसर में पहले बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। यह महोत्सव दो दिन तक चलेगा और इसका उद्देश्य बोडो समुदाय की संस्कृति, भाषा और साहित्य को बढ़ावा देना है। पीएमओ द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि यह महोत्सव असम की सांस्कृतिक धरोहर को सामने लाने और बोडो समुदाय की पहचान को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
समग्र विकास के प्रयास
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से भारत के आदिवासी समुदाय को और अधिक सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए निरंतर काम कर रही है, ताकि वहां के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें और समाज में समान अवसर पा सकें।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से बिहार और असम जैसे राज्यों में जनजातीय समुदायों के बीच विकास की नई उम्मीदें जगी हैं।