Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2024 12:30 PM
महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच खबर आ रही है कि देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई है। फडणवीस 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच खबर आ रही है कि देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई है। फडणवीस 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा, साथ ही एनसीपी के अजित पवार भी इस पद पर आसीन हो सकते हैं। बीजेपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि फडणवीस, शिंदे और पवार 5 बजे मुंबई के प्रसिद्ध आज़ाद मैदान में शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे।
भाजपा की बैठक में फडणवीस के नाम की पेशकश पार्टी के पर्यवेक्षक विजय रूपाणी ने की, जो मुंबई भेजे गए थे। इस प्रस्ताव का समर्थन वरिष्ठ भाजपा नेताओं जैसे सुधीर मंगतिवर और पंकजा मुंडे ने भी किया।
यह घटनाक्रम उस समय आया जब महायुति को विधानसभा चुनावों में भारी जनादेश मिला था (288 में से 232 सीटें)। हालांकि, शिंदे के मुख्यमंत्री बनने की पहल के बाद गठबंधन सरकार गठन के मुद्दे पर निर्णय नहीं हो पा रहा था।
पिछले सप्ताह शिंदे ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वह सरकार गठन में कोई बाधा नहीं बनेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के निर्णय का पालन करेंगे।
फडणवीस को महाराष्ट्र में भाजपा की सबसे बड़ी जीत का मुख्य श्रेय जाता है, जहां पार्टी ने 149 सीटों में से 132 सीटें जीतीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी फडणवीस को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन दे रहा है।
यह घटनाक्रम फडणवीस के लिए एक बड़ा मोड़ है, जिन्होंने 2014 में पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जब भाजपा शिवसेना के साथ गठबंधन में थी। 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद, जब शिवसेना ने सत्ता साझा करने को लेकर विवाद के कारण गठबंधन छोड़ दिया, तो भाजपा ने अजित पवार के साथ हाथ मिलाया और फडणवीस मुख्यमंत्री बने, जबकि अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने। हालांकि, यह सरकार सिर्फ 80 घंटे ही चली थी, क्योंकि अजित पवार ने एनसीपी में वापसी की।