कल मनाई जाएगी धनतेरस, इस विधि से करें पूजा, जानें क्या खरीदें, क्या नहीं?

Edited By Yaspal,Updated: 28 Oct, 2024 09:51 PM

dhanteras will be celebrated tomorrow worship with this method

दीपावली का सप्ताह चल रहा है। दीपावली से पहले धनतेरस की पूजा धूमधाम से की जाएगी। दरअसल, धनतेरस का भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है। सनातन संस्कृति में धनतेरस को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूचा की जाती है

नेशनल डेस्कः दीपावली का सप्ताह चल रहा है। दीपावली से पहले धनतेरस की पूजा धूमधाम से की जाएगी। दरअसल, धनतेरस का भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है। सनातन संस्कृति में धनतेरस को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की पूचा की जाती है। लोग धनतेरस के शुभ अवसर पर सोने, जांती और नए बर्तनों की खरीददारी करते हैं। जो घर में धन और समृद्धि के आगमन का प्रतीक होता है। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस बार धनतेरस कल यानी 29 अक्टूबर को मनाया जाएगी। धनतेरस के दिन खरीदारी की जाती है और इसके बाद मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देव की पूजा की जाती है।

अगर आप भी धनतेरस के दिन पूजा करने वाले हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि धनतेरस के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त कब है, सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त कब है, गाड़ी खरीदने का शुभ मुहूर्त कब है, धनतेरस के दिन क्या खरीदना चाहिए, क्या खरीदने से बचना चाहिए आदि। ऐसे में आपको इस लेख में विस्तार से धनतेरस से जुड़े हर सवाल का जवाब मिल जाएगा।

धनतेरस के दिन क्या किया जाता है?
धनतेरस के दिन भगवान धन्वतंरि के अलावा मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदने के साथ ही दक्षिण दिशा में यम देवता के नाम का दीपक जलाने की परंपरा भी है। धनतेरस के दिन दक्षिण दिशा में यम दीपक जलाना शुभ होता है। ऐसा करने से अकाल मृत्यु से छुटकारा मिलता है।

धनतेरस क्यों मनाया जाता है?
शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। जिस तिथि को भगवान धन्वंतरि समुद्र से प्रकट हुए, वो कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि थी। इस वजह से इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी तिथि भी कहा जाता है। भगवान धन्वंतरि समुद्र से हाथों में कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस मौके पर बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में धनतेरस का पर्व मनाया जाता है।

धनतेरस के दिन क्या खरीदना चाहिए?
धनतेरस के दिन सोने, चांदी, बर्तन और आभूषण खरीदना विशेष रूप से शुभ माना गया है। इनके अलावा, लोग धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदकर उन्हें देवी लक्ष्मी को अर्पित करते हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। धनतेरस के दिन झाड़ू, तांबे के बर्तन, धनिया और नमक खरीदना भी शुभ माना गया है। इन चीजों को खरीदने से घर में धन आगमन होता है।

धनतेरस के दिन क्या नहीं खरीदना चाहिए?
धनतेरस के दिन कांच के बर्तन बिल्कुल नहीं खरीदने चाहिए। कांच का संबंध राहु से माना जाता है, इसलिए इस दिन कांच के बर्तन न खरीदें। इसके अलावा, धनतेरस के दिन प्लास्टिक की चीजें भी नहीं खरीदनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में एल्युमिनियम दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए धनतेरस के दिन एल्युमिनियम खरीदना भी अशुभ माना जाता है। इन सबके अलावा, धनतेरस के दिन नुकीली चीजें, काले रंग का सामान और टूटी हुई चीजें खरीदने से बचना चाहिए

धनतेरस पर खरीदारी कब करनी चाहिए?
धनतेरस पर खरीदारी का सबसे सही समय 29 अक्टूबर की सुबह 6:31 बजे से शुरू होकर अगले दिन 30 अक्टूबर 10:31 बजे तक रहेगा। इस दौरान की गई खरीदारी से वस्तुओं में तीन गुना वृद्धि होती है और साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दौरान आप कोई भी चीज खरीद सकते हैं।

धनतेरस पर कब खरीदारी नहीं करनी चाहिए?
धनतेरस के दिन राहुकाल 29 अक्टूबर दोपहर 2:51 मिनट से लेकर 4:15 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भूलकर खरीदारी नहीं करनी चाहिए। राहुकाल में खरीदारी करने से उसका शुभ फल नहीं प्राप्त होता है। इसके साथ ही गलत असर भी व्यक्ति पर पड़ता है।

धनतेरस पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त क्या है?
धनतेरस पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर की सुबह 10:31 बजे से लेकर 30 अक्टूबर को सुबह 6:32 बजे तक रहेगा यानी इस बार सोना खरीदने के लिए आपके पास सोना खरीदने के लिए 20 घंटे 1 मिनट का समय रहेगा। इस दौरान आप सोना खरीद सकते हैं। वहीं, इस दौरान धनतेरस पर सोना खरीदने का सबसे सही समय 29 अक्टूबर शाम 6:32 से लेकर रात 08:14 बजे तक है।

धनतेरस पर वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त क्या है?
धनतेरस का दिन पूरा दिन ही खरीदारी करने के लिए शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ ऐसे विशेष मुहूर्त भी होते हैं जब वाहन या बाकी कीमती चीजें खरीदना सबसे लाभदायक होता है। धनतेरस पर वाहन खरीदने के 3 शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। 29 अक्टूबर की सुबह 10:41 से दोपहर 12:05 बजे तक पहला मुहूर्त है। फिर 29 अक्टूबर की दोपहर 12:05 से 1:28 बजे तक दूसरा शुभ मुहूर्त है। इसके बाद 29 अक्टूबर की शाम 7:15 से रात 8:51 बजे तक वाहन खरीदने की तीसरा शुभ मुहूर्त है

धनतेरस पूजा करने का मुहूर्त कब है?
धनतरेस का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। अगर आप धनतेरस पर पूजा करने वाले हैं, तो धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अक्टूबर शाम 6:31 मिनट से लेकर रात 8:13 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप पूजा कर सकते हैं।

धनतेरस पर दीपदान कब करना चाहिए?
धनतेरस की शाम यानी प्रदोष काल में यमराज के लिए दीपदान किया जाता है। इस बार 29 अक्टूबर 2024 के दिन प्रदोष काल शाम 5:38 मिनट से शुरू होगा, जो 6:55 मिनट तक रहेगा। ऐसे में धनतेरस के दिन दीपदान के लिए पूरे 1 घंटे 17 मिनट का समय मिलेगा। इस दौरान आप दीपदान कर सकते हैं।

धनतेरस पूजा सामग्री लिस्ट
धनतेरस की पूजा में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीर, गंगा जल, 13 दिए, एक पैकेट रूई, एक थाली, लकड़ी की चौकी, लाल या पीले रंग के कपड़े, पानी से भरा कलश, घी, माचिस, शक्कर या गुढ़, मौलवी, हल्दी, अक्षत, कपूर, धूप, अगरबत्ती आदि चाहिए।

धनतेरस पूजा विधि

  • धनतेरस के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • पूजा शुरू करने से पहले मेन गेट पर रंगोली बनाएं और घर में लक्ष्मी जी के पैरों के निशान बनाएं।
  • इसके बाद मां लक्ष्मी, देवता कुबेर और भगवान धन्वंतरि की षोडोपचार विधि से पूजा करें।
  • देवी-देवता को कुमकुम लगाएं, माला पहनाएं और अक्षत चढ़ाएं।
  • इसके बाद भोग चढ़ाएं। भगवान धन्वंतरि को तुलसी, गाय का दूध और उससे बना मक्खन जरूर चढ़ाएं।
  • धनतेरस पर पीतल की कोई चीज खरीदकर भगवान धन्वंतरि को जरूर चढ़ाएं।
  • फिर धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ करें और अंत में मां लक्ष्मी, कुबेर देवता और धन्वंतरि जी की आरती करें।
  • पूजा के बाद सभी में प्रसाद बांटें और शाम के समय आटे से चौमुखा दीपक बनाएं।
  • चौमुखी दीपक में सरसों या तिल का तेल डालकर घर के बाहर दक्षिण दिशा में रख दें।

धनतेरस पर दीपदान क्यों किया जाता है?
धनतेरस की शाम मृत्यु के देवता यमराज को प्रसन्न करने के लिए दीपदान करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन दीपदान करने से व्यक्ति की अकाल मृत्यु नहीं होती है। साथ ही परिवार के सभी सदस्यों को अकाल मृत्यु के भय से छुटारा मिलता है, इसलिए धनतेरस की शाम को दीपदान किया जाता है।

धनतेरस में कितने दीपक जलाने चाहिए?
धनतेरस के दिन घर में 13 दीपक जलाना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन घर में 13 दीपक जलाने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। ये 13 दीपक घर की अलग-अलग जगहों पर धनतेरस पर रखे जाते हैं।

धनतेरस के दिन कौन से रंग के कपड़े पहने चाहिए?
धनतेरस के शुभ अवसर पर पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। इसे पहनने से भगवान धन्वंतरि प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर होती हैं। धनतेरस के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।

धनतेरस पर सोना-चांदी के अलावा क्या खरीदें?
अगर आप धनतेरस पर सोना या चांदी की चीजें नहीं खरीद सकते हैं, तो आप स्टील या तांबे के बर्तन, झाड़ू, नमक, धनिया के बीज, लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, नए कपड़े आदि चीजें खरीद सकते हैं। इन चीजों को खरीदना भी धनतरेस पर शुभ माना जाता है और मां लक्ष्मी का वास घर में होता है।

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