Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 Jan, 2025 02:09 PM
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डीएचएल ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टोबियास मेयर ने हाल ही में भारत में अपने भविष्य के निवेश और व्यापार विस्तार योजनाओं पर प्रकाश डाला। वैश्विक व्यापार चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने भारत को एक महत्वपूर्ण बाजार बताया और इस क्षेत्र में रणनीतिक...
नेशनल डेस्क : डीएचएल ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टोबियास मेयर ने हाल ही में भारत में अपने भविष्य के निवेश और व्यापार विस्तार योजनाओं पर प्रकाश डाला। वैश्विक व्यापार चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने भारत को एक महत्वपूर्ण बाजार बताया और इस क्षेत्र में रणनीतिक निवेश को बनाए रखने की पुष्टि की।
टोबियास मेयर ने बताया कि भारत में डीएचएल के लिए निवेश का एक बड़ा हिस्सा वेयरहाउसिंग और वितरण नेटवर्क में किया गया है। कंपनी ने इस क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में करीब €200 मिलियन का निवेश किया है, जिसमें नई सुविधाएँ, हवाई बेड़े में सुधार और बुनियादी ढांचे का विस्तार शामिल है। उन्होंने विशेष रूप से ब्लू डार्ट के बेड़े में दो नए विमान जोड़ने और दिल्ली में €20 मिलियन से अधिक के निवेश को महत्व दिया। इसके साथ ही दिल्ली क्षेत्र में एक और बड़ा हब खोलने की योजना है, जो 2025 के मध्य तक पूरा होने की संभावना है।
भारत में ई-कॉमर्स और वैश्विक व्यापार पर क्या असर होगा?
हालांकि डीएचएल भारत में ई-कॉमर्स क्षेत्र में चुनिंदा बाजारों पर ध्यान दे रहा है, लेकिन कंपनी का मुख्य ध्यान उच्च मूल्य वाले सामानों पर केंद्रित है, जिन्हें प्रीमियम सेवा की आवश्यकता होती है। ब्लू डार्ट के माध्यम से डीएचएल भारतीय घरेलू बाजार में मजबूत स्थिति बनाए हुए है, हालांकि ई-कॉमर्स सेगमेंट में उनका हिस्सा अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम है।
टोबियास मेयर ने बताया कि वैश्विक व्यापार पर भू-राजनीतिक मुद्दों का गहरा प्रभाव पड़ा है। चीन-अमेरिका व्यापार मार्ग में सिकुड़न और यूरोप में मंदी के बावजूद, डीएचएल ने उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है जहां व्यापार वृद्धि की संभावना है, जैसे विज्ञान और स्वास्थ्य सेवाएँ। इसके साथ ही, डीएचएल भारतीय रेलवे माल ढुलाई में भी रुचि दिखा रहा है, जो मल्टीमॉडल परिवहन और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।
भारत में आर्थिक स्थिति और भविष्य की संभावनाएँ कैसी हैं?
भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर टोबियास मेयर का कहना था कि यहाँ के बाजार की मजबूती घरेलू खपत से जुड़ी हुई है, जो इसे वैश्विक आर्थिक संकट से बचाती है। डीएचएल ने भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी के प्रभाव को नकारते हुए यहाँ के बाजार में भविष्य में वृद्धि की उम्मीद जताई।
क्या साझेदारी और संयुक्त उद्यम के अवसर का मौका बनेगा?
डीएचएल भारत में अपने साझेदारों के साथ साझेदारी के लिए तैयार है और भारत में ब्लू डार्ट एविएशन के साथ पहले से एक अच्छा सेटअप है। मेयर ने स्पष्ट किया कि डीएचएल वैश्विक मेल नेटवर्क में भागीदारों के साथ काम करता है और भारतीय वाहक के साथ भी सहयोग करने की संभावना पर विचार कर रहा है।
डीएचएल का भारत में निवेश और विकास की रणनीति स्पष्ट है – उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं का विस्तार, ई-कॉमर्स के चुनिंदा क्षेत्रों में निवेश, और वैश्विक व्यापार चुनौतियों के बावजूद यहाँ के बाजार को प्राथमिकता देना। आने वाले वर्षों में डीएचएल की भारतीय बाजार में स्थिति और भी मजबूत होने की संभावना है।